बिहार में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा गोपालगंज और सिवान में आता है. यहां के अधिकतर लोग खाड़ी देशों में काम करने जाते हैं, लेकिन हवाई सुविधा नहीं होने की वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था. अब सबेया एयरपोर्ट के डेवलप होने से और उड़ान स्कीम में शामिल होने से गोपालगंज के अलावा सिवान, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और यूपी के कई जिलों के लोगों को इसका फायदा मिलेगा.
केंद्र सरकार ने बिहार और गोपालगंज को एक बड़ी सौगात दी है. हथुआ के सबेया हवाई अड्डा को उड़ान योजना के तहत जोड़ा गया है. इसे रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत डेवलप किया जाएगा. इसका अर्थ यह हुआ कि अब यहां से भी बड़े शहरों के लिए उड़ान भरी जा सकेगी. बताया जा रहा है कि गोपालगंज के सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन की पहल से यह काम आसान हो गया. इस हवाईअड्डे से गोरखपुर एयरफोर्स कैंप 125 किमी दूरी और गोपालगंज 26 किमी दूरी पर है।
हथुआ बाजार से तीन किलोमीटर उत्तर स्थित 517 एकड़ में फैले सबेया हवाई अड्डे का निर्माण ब्रिटिश शासन काल में विश्व युद्ध के समय साल 1868 में वायुसेना के विमानों के आवागमन हेतु भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने किया गया था. चीन के नजदीक होने के कारण रक्षा के दृष्टिकोण से यह हवाई अड्डा काफी संवेदनशील था. आजादी के बाद रक्षा मंत्रालय ने इस हवाई अड्डे को ओवरटेक करने के बाद इसे विकसित करने की जगह उपेक्षित छोड़ दिया था. इस हवाई अड्डे का स्वामित्व भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय का है। वर्तमान में यह हवाई अड्डा वर्षों से जीर्ण-शीर्ण अवस्था में अतिक्रमण का दंश झेल रहा है। इस हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार व पुनर्निर्माण कराने व क्षेत्रीय स्तर पर घरेलू उड़ान की सुविधा बहाल की लंबे समय से मांग की जा रही है।
हथुआ के सबेया एयरपोर्ट के चालू होने से क्षेत्र का विकास तीव्र गति से होगा. लोगों को रोजगार मिलेगा, साथ ही हथुआ राष्ट्रीय मानचित्र पर उभरेगा. हथुआ मुखिया संघ के अध्यक्ष रामाजी साह कहते हैं कि समूचे बिहार में गोपालगंज व सीवान जिले से ही सर्वाधिक संख्या में लोग खाड़ी देश जाते हैं.
गोपालगंज के जदयू सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सुमन ने लोकसभा में सबेया हवाई अड्डा को डेवलप करने का मुद्दा उठाया था. उन्होंने जीरो आवर, क्वेश्चन ऑवर सहित कई बार इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया, जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी की अति महत्वकांक्षी उड़ान योजना से इसे जोड़ने की मंजूरी मिल गयी है. अब सबेया हवाई अड्डा को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के साथ जोड़ने की मंजूरी दे दी गई है.
जदयू सांसद डॉक्टर आलोक कुमार सुमन ने बताया कि सबेया हवाई अड्डा करीब 571 एकड़ में बना हुआ है. उपेक्षा की वजह से हवाई अड्डा की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है. उड़ान योजना में शामिल होने के बाद इस एरिया को अब विकसित किया जाएगा. सांसद ने कहा कि उन्हें नागर विमानन उड्डयन राज्यमंत्री हरदीप एस पुरी ने जानकारी देते हुए इसे रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में जोड़ने की बात कही है. सांसद ने कहा कि जब वे सांसद नहीं थे तब उनका सपना था कि गोपालगंज के लोग भी अपने शहर से ही हवाई जहाज की यात्रा करें. आज पीएम मोदी की वजह से उनका सपना पूरा हो रहा है.
बंद पड़े हवाई अड्डे को चालू करने के लिए गोपालगंज के सांसद सह जदयू के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सुमन की पहल पर केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री हरदीप एस पुरी ने स्वीकृति दे दी है.
सबेया हवाई अड्डे से ‘उड़े देश का आम आदमी’ योजना के तहत उड़ान सेवा शुरू होगी. सांसद की ओर से लोकसभा के शून्य काल हवाई अड्डे को विकसित करने और घरेलू स्तर पर उड़ान सेवा शुरू करने की मांग की गयी थी.