लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव 11 अक्टूबर को दिल्ली में होगा। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और लालू-राबड़ी के छोटे बेटे तेजस्वी यादव के आरजेडी अध्यक्ष बनने की चर्चा तो है लेकिन पार्टी का कोई नेता खुलकर नहीं बोल रहा है। 1997 में आरजेडी की स्थापना के बाद से लालू यादव 11 बार पार्टी के अध्यक्ष चुने जा चुके हैं।
पार्टी संगठन के चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा हो गई है। 16 अगस्त से पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों का चुनाव शुरू हो जाएगा और प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव 21 सितंबर को होगा। 11 अक्टूबर को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई गई है जिसमें अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। पार्टी में लालू यादव का राजनीतिक उत्तराधिकारी कौन, जैसे सवाल का जवाब ज्यादातर लोगों के पास तेजस्वी यादव हैं।
तेजस्वी को पहले ही पार्टी में नीतिगत फैसले लेने का अधिकार प्रस्ताव पारित करके दिया जा चुका है। तेजस्वी की पार्टी में ताजपोशी एक औपचारिकता है जिसे इस बार पूरा करने के आसार हैं क्योंकि तबीयत और सक्रियता के लिहाज से लालू यादव की अब पहले जैसे नहीं रहे
राष्ट्रीय अध्यक्ष के बाद पार्टी के समर्थकों और विरोधियों की नजर आरजेडी के बिहार अध्यक्ष पद के चुनाव पर भी होगी जिस कुर्सी पर फिलहाल जगदानंद सिंह बैठे हैं। जगदानंद सिंह दोबारा अध्यक्ष बनते हैं या इस पद पर उनसे कम उम्र के किसी नेता को बिठाया जाएगा, ये देखना भी दिलचस्प होगा। जगदानंद सिंह पद पर बने रहते हैं तो और हटते हैं तो भी उसे लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से जोड़कर देखा जाएगा। तेज प्रताप कई बार जगदानंद सिंह पर निशाना साध चुके हैं।