रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती की हत्या के दिन छह घंटे तक घर में था संदिग्ध, फिर बैग लेकर निकला

जानकारी

नवादा थाना के कतीरा मोहल्ला निवासी सेवानिवृत्त प्रोफेसर दंपती डा महेन्द्र प्रसाद सिंह और उनकी पत्नी पुष्पा सिंह की हत्या मामले में पुलिस को 29 जनवरी का एक सीसीटीवी फुटेज मिला है। यह फुटेज प्रवेश द्वार पर लगे एक निजी अस्पताल से लिया गया है, जो तीन मंजिले मकान के नीचले तल्ले पर संचालित है। हैरानी की बात यह भी है कि कतीरा स्थित जिस मकान में प्रोफेसर दंपती की हत्या हुई है, उसमें खनन विभाग के इंस्पेक्टर व जिले के एक ओपी के प्रभारी अभयशंकर समेत चार लोग बतौर किराएदार रहते हैं। बावजूद इसके, दिन के उजाले में हुई इस घटना की भनक किसी को नहीं लगी। किसी भी किराएदार ने चिल्लाने की आवाज तक नहीं सुई।

सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पुलिस ने पाया कि वारदात के दिन संदिग्ध युवक सुबह 9.15 बजे के आसपास हाफ टी-शर्ट में आवास पर आया था। घर के बाहर ही परिचित अंदाज में डा महेन्द्र सिंह से उसकी बात भी हुई थी। इसके बाद अपराह्न सवा तीने बजे यानी छह घंटे बाद उक्त संदिग्ध ब्लू रंग के फुल टी शर्ट में जाते हुए देखा जा रहा है।

जाते समय उसके एक हाथ में एक बैग भी नजर आ रहा है, जिसे वह लेकर जा रहा है। इस दौरान उसने दंपती के  घर में खाना भी बनाया है। सीसीटीवी में वह पॉलिथीन में रसोई का कचरा फेंकते भी दिख रहा है। शुरुआती जांच में युवक का नाम दीपक बताया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि युवक पहले पटना के डाकबंगला चौराहे के पास एक होटल में काम करता था। बाद में वह आरा के एक होटल से जुड़ गया। प्रोफेसर महेंद्र ने कई बार उससे खाना भी मंगवाया था। बताया जा रहा है कि प्रोफेसर घर में अक्सर नकदी रखते थे। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि खाना लाने के क्रम में संदिग्ध युवक को इसकी भनक लग गई हो।

पटना से पुलिस ने दीपक को पकड़ा

पुलिस ने जांच के क्रम में पटना से दीपक नामक के एक युवक को उठाया, लेकिन, फुटेज से मिलान पर वह दूसरा दीक निकला। इधर, प्रतिदिन सफाई करने वाली नौकरानी ललीता देवी से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि 29 जनवरी को वह साढ़े दस बजे आई थी। फिर दाेपहर में चली गई थी। हालांकि, वह संदिग्ध उन्हें घर में नहीं दिखा। फिर शाम में आई थी तो गेट बंद था। इसके बाद वह लौट गई।

कालेज के कर्मी ने पहली बार संदिग्ध को देखा था

जांच के दौरान यह बात सामने आ रही कि डा महेन्द्र सिंह के साथ नोखा, रोहतास कालेज में कार्यरत एक कर्मी तेज नारायण भी कभी-कभी आकर रहता था और सेवा-टहल करता था। जब पुलिस ने तेज नारायण राम को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि बीच-बीच में तबीयत खराब होने पर वह कतीरा आवास रहकर खाना वगैरह बना दिया करता था। हालांकि, 25 जनवरी को वह अपने घर चला गया था। इस दौरान उसने 22 जनवरी को पहली बार उस संदिग्ध को देखा था। वह छत पर डा महेन्द्र सिंह के बाल डाई कर रहा था। इसके पहले उसने संदिग्ध को कभी नहीं देखा था।

बरामदगी के 17 घंटे बाद उठा प्रोफेसर दंपती का शव

बरामदगी के करीब 17 घंटे बाद मंगलवार को प्रोफेसर दंपती का शव उठ सका। दोनों पती-पत्नी घर में अकेले रहते थे। दंपती की तीन बेटियां रक्षिता सिंह, हर्षिता सिंह, अंकिता सिंह है। तीनों की शादी हो गई है। इनमें दो बेटी महाराष्ट्र के पुणे और एक बेटी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रहती है। मंगलवार की दोपहर मांझिल बेटी हर्षिता उर्फ गोलू के लखनऊ से आने के बाद शव उठ सका।

भाजपा विधायक समेत कई नेता पहुंचे, हत्या पर जताया दुख

इधर, सेवानिवृत्त प्रोफेसर दंपती की हत्या के बाद आरा के भाजपा विधायक अमरेन्द्र प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष प्रेमरंजन चतुर्वेदी, भाजपा नेता विजय सिंह, तारकेश्वर ठाकुर, अखिलानंद ओझा, राकेश सिंह, अजय सिंह, राजेन्द्र ओझा, दुर्गा राज,अंगद सिंह, अधिवक्ता देवबल्लभ सिंह, बबन सिंह, अधिवक्ता रामपुजन सिंह समेत कई लोगों ने घर पर और आवास पर पहुंचकर शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। अपराधियों काे गिरफ्तार करने की मांग की। पूर्व विधायक आशा देवी एवं कुंवर सिंह कालेज के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह ने भी जल्द से जल्द अपराधियों काे गिरफ्तार करने की मांग की है।

एएसपी के नेतृत्व में बनी विशेष टीम

एसपी प्रमोद कुमार ने दंपती कांड के उद् भेदन के लिए एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया है। जिसमें नवादा इंस्पेक्टर अविनाश, टाउन इंस्पेक्टर संजीव कुमार एवं डीआइयू के अफसराें को लगाया गया है। एसपी के अनुसार कुछ संदिग्धों से पूछताछ चल रही है।

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