औषधीय पौधों के संरक्षण और इसके प्रचार-प्रसार को लेकर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किसान अर्जुन मंडल जमुई पहुंचे. इस दौरान उनका भव्य स्वागत किया गया. स्टेशन पर पहुंचने के साथ हीं लोगों ने फुल माला और बुके देकर उनका सम्मान किया. उनके आगमन को लेकर पहले से ही बड़ी संख्या में लोग जमुई रेलवे स्टेशन पर जमा हुए थे. जैसे हीं अर्जुन मंडल की ट्रेन जमुई पहुंची लोगों ने उनका स्वागत किया, उनके साथ फोटो खिंचाई और उन्हें फूल माला से लाद दिया.
इस दौरान राष्ट्रपति पदक विजेता किसान अर्जुन मंडल ने किसानों की हरियाली का नारा भी दिया. उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार मेरा नहीं बल्कि पूरे जिले का है. मेरा सपना है कि हर रसोई में एक औषधीय पौधा हो तथा इसे लेकर उन्होंने एक मंत्र भी दिया. अर्जुन मंडल ने कहा कि हर खेत में हरियाली हो, हर घर में खुशहाली हो और हर चेहरे पर लाली हो यही हम सब का मकसद है. गौरतलब है कि बीते 12 सितंबर को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में देश की राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था.
पहले भी पा चुके हैं सर्वश्रेष्ठ किसान का पुरस्कार
अर्जुन मंडल को साल 2013 में गुजरात में आयोजित एक कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ किसान का पुरस्कार मिल चुका है. यह सम्मान उन्हें भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री तथा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी ने दिया था. इसके अलावा उन्हें बिहार सरकार द्वारा किसान श्री के पुरस्कार से भी नवाजा गया है. उन्होंने ज्यादातर पौधे जमुई जिला में मौजूद वन्य क्षेत्र से ही ढूंढकर अपने बगीचे में लगाया है. अर्जुन मंडल के बगीचे में मालकांगनी, गरुड़तरु, लक्ष्मीतरु, नील, दमबेल, बाकस, गोरखमुंडी उल्टाकमल, चारु पत्रक, कुचला, दर्दमेडा, अपरस, दहीपलास, ईश्वर फुल, गुलमार कई अन्य प्रकार के दुर्लभ प्रजाति के औषधीय पौधे उपलब्ध हैं. इसकी मांग बिहार के अलावा दूसरे कई राज्यों में है. उनके औषधीय बगीचा में 250 से भी अधिक किस्म के 20 हजार के करीब पौधे उपलब्ध हैं.