पटना मेट्रो के मलाही पकड़ी से लेकर न्यू आईएसबीटी तक पांच एलिवेटेड स्टेशन जल्द ही आकार लेंगे। इसके साथ ही न्यू आईएसबीटी डिपो में भी पटरी बिछाने का काम शीघ्र शुरू होगा। पटना मेट्रो का निर्माण कर रही दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने इसके लिए टेंडर जारी कर दिया है।
पटना मेट्रो के कॉरिडोर दो (पटना स्टेशन से न्यू आईएसबीटी) के प्रायोरिटी कोरिडोर में सबसे पहले मेट्रो स्टेशन आकार लेंगे। इनमें मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल और न्यू आईएसबीटी मेट्रो स्टेशन शामिल हैं।
दो सालों में स्टेशन का काम करना होगा पूरा
डीएमआरसी के निविदा दस्तावेज के अनुसार, इच्छुक एजेंसी 25 सितंबर तक आवेदन कर सकती है। निविदा की स्वीकृति और वर्क आर्डर के बाद दो साल में काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
निविदा के तहत एजेंसी इन मेट्रो स्टेशनों की डिजाइन के साथ आर्किटेक्चर से लेकर प्री-इंजीनियरिंग स्ट्रक्चर का निर्माण करेगी।
इसके साथ ही चयनित एजेंसी को स्टेशन के बाहरी आवरण, जलापूर्ति, शौचालय, ड्रेनेज सहित अन्य सुविधाएं भी विकसित करनी होगी।
एक साल में ट्रैक बिछाने का लक्ष्य
पटना मेट्रो के आखिरी स्टेशन न्यू आईएसबीटी के पास ही मेट्रो डिपो का निर्माण किया जा रहा है। यह डिपो मेट्रो रूट से जुड़ा होगा जहां कोच से लेकर इंजन तक का रखरखाव होगा।
निर्माण से पहले ट्रायल की प्रक्रिया भी यही होगी। डीएमआरसी ने पटना मेट्रो के न्यू आईएसबीटी डिपो में बिछाए जाने वाले मेट्रो ट्रैक की खरीद को लेकर भी निविदा जारी की है।
1200 मीट्रिक टन लोहे के ट्रैक के लिए करीब नौ करोड़ रुपये की लागत दी गई है। निविदा की स्वीकृति के बाद एक साल में ट्रैक बिछाने का काम पूरा किये जाने का लक्ष्य रखा गया है।
गांधी मैदान से आकाशवाणी तक खोदाई के लिए जल्द आएगी नई टीबीएम
राज्य ब्यूरो, पटना: पटना मेट्रो के एलिवेटेड कोरिडोर के साथ ही भूमिगत रूट पर भी काम तेजी से पूरा करने की तैयारी है। वर्तमान में कोरिडोर-दो में मोइनुल हक स्टेडियम से खोदाई शुरू की गई है, जो पटना विश्वविद्यालय तक होगी। इसके लिए दो टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) लगाई गई है।
अभी टीबीएम की मदद से 100 मीटर से अधिक की खोदाई की जा चुकी है। यह भूमिगत रूट करीब डेढ़ किमी लंबा है। डीएमआरसी के अनुसार, गांधी मैदान के पश्चिमी छोर से फ्रेजर रोड होते हुए आकाशवाणी तक अप एवं डाउन दोनों लाइन की खोदाई के लिए जल्द ही दो नई टीबीएम मशीन पटना पहुंच जाएगी।
इन मशीनों को तैयार कर सितंबर माह के अंत तक लांच किए जाने की संभावना है। पटना मेट्रो के दोनों रूट में अप-डाउन में करीब 37 किमी की खुदाई की जानी है, जिसके लिए दस टीबीएम की आवश्यकता पड़ेगी। मेट्रो के कॉरिडोर एक में करीब 10.50 किमी जबकि कॉरिडोर दो में आठ किमी की भूमिगत सुरंग बनाई जाएगी।