Patna: पीएम नरेंद्र मोदी ने 12 नवंबर 2018 को अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग से जुड़े राष्ट्रीय राजमार्ग में वाराणसी में गंगा नदी पर बना भारत का पहला मल्टीमॉडल टर्मिनल देश को उपलब्ध कराया था। इस जलमार्ग की मदद से यात्री और माल, दोनों ही नेपाल और बांग्लादेश पहुंच सकते हैं। इसी जलमार्ग की मदद से रविंद्रनाथ टैगोर मालवाहक जहाज भी बिहार पहुंचा।

वाराणसी से खाद लेकर जहाज पहुंचा गायघाट
रविंद्रनाथ टैगोर मालवाहक जहाज शनिवार की देर रात गायघाट पहुंचा। यह वाराणसी से एक कंटेनर खाद लेकर बिहार पहुंचा है। वाराणसी से इस जहाज को 29 दिसंबर को रवाना किया गया था। इसका संचालन कर रही कंपनी के अधिकारी के मुताबिक इस जहाज के वजन ढोने की क्षमता 350 टन की है। फिलहाल वाराणसी और गायघाट के बीच इसने 435 किमी दूरी तय की है।

कुछ ऐसी है लंबाई और चौड़ाई
पानी के माध्यम से सस्ती माल ढुलाई का रास्ता खोलने वाले इस जहाज की लंबाई 54.6 मीटर है। इसकी चौड़ाई 9.6 मीटर है। जानकारी के मुताबिक यह एक घंटे में 15-20 किमी दूरी तय कर सकता है। इस जहाज को बिहार से अब कोलकाता भेजा जा रहा है। यहां से इसे बिस्किट और अन्य खाद्य सामग्री लेकर भेजा जाएगा।

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जलमार्ग से माल ढुलाई अपेक्षाकृत काफी सस्ती पड़ती है.जलमार्ग से यातायात को बढ़ावा मिलने से सड़क और रेल पर से भार कम होगा. जलमार्ग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार गंभीरता से काम कर रही है.
Source: Live Bihar