बिहार के कैमूर जिला में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है. खासकर पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के छात्र- छात्राएं आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो उनके लिए यहां आकर तैयारी करना बेहतर विकल्प है. दरअसल, भभुआ स्थित एसबीपी कॉलेज के नूतन परीक्षा भवन के प्रथम तल पर प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र संचालित हो रहा है.
यहां बीपीएससी, एसएससी, रेलवे व बैंकिंग, पुलिस बहाली सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी करवाया जाता है. एसएससी, बैंकिंग रेलवे, पुलिस के बैच 7 और बीपीएससी बैच 3 के नए बैच जो अप्रैल से चालू है. रिक्त सीट भरने तक कैमूर जिला के पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के युवा अर्जी दे सकते हैं.
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए करवाया जाता है नि:शुल्क कोर्स
बता दें कि बिहार राज्य पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण विभाग द्वारा संचालित एवं बिहार राज्य पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वित्त एवं विकास निगम द्वारा वित्त पोषित यह योजना 2019 से सुचारू है. इस कार्यक्रम में निःशुल्क 60-60 कुल 120 प्रशिक्षु के दो बैच में बीपीएसएससी, एसएससी, बैंकिंग, रेलवे, पुलिस की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 6 माह तक नि:शुल्क कोर्स के तहत तैयारी करवाया जाता है.
प्रत्येक वर्ष इस योजना के माध्यम से विशिष्ट रूप से आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े हुए वर्गों के लिए जिनकी पारिवारिक आय तीन लाख रुपए से न्यूनतम है, उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए अवसर प्रदान किया जाता है. बिहार सरकार की छुट्टियों को छोड़कर प्रत्येक दिन सुबह 10 से 3:30 बजे नियमित रूप से कक्षाओं का संचालन अनुभवी एवं योग्य शिक्षकों द्वारा किया जाता है.
31 अक्टूबर तक नामांकन के लिए भर सकते हैं फॉर्म
निदेशक सीमा पटेल ने बताया कि शीतकालीन सत्र में एक बैच में 60 छात्र-छात्राओं को लेना है. जिसके लिए 31 अक्टूबर तक फॉर्म भरने की तिथि निर्धारित है. प्रवेश के लिए इच्छुक छात्र-छात्राएं आधार कार्ड, निवास, जाति, कॉलेज का पहचान पत्र, मार्कशीट, 3 फोटो के साथ फॉर्म भर सकते हैं. एक बैच 6 महीने का होता है और कैमूर के किसी भी कॉलेज का पढ़ा हुआ या पढ़ रहे छात्र-छात्राएं नामांकन करा सकते हैं.
भले ही यह संस्था सरदार वल्लभ भाई पटेल कॉलेज के प्रांगण में चलती है, लेकिन जिला के किसी भी कॉलेज के छात्र-छात्राएं नामांकन ले सकता है. सीमा पटेल ने बताया कि इस केंद्र अब तक 10 बच्चे सरकारी नौकरी में पदस्थापित हुए हैं. वहींतैयारी कर रही नेहा ने बताया कि यहां के सभी शिक्षक बहुत अच्छे से पढ़ाते हैं लगता है अपनी मंजिल को जरूर पा लेंगे.