आपके घर ‘लक्ष्मी’ यानी बेटी का जन्म होने के साथ ही डाकबाबू आपके द्वार पर दस्तक देंगे। आपकी बिटिया का दीदार करेंगे और मिठाई का डिब्बा भी देंगे। यह अनूठी पहल डाक विभाग के उत्तरी क्षेत्र में चल रही है।
ग्रामीण इलाके से लेकर शहर तक डाककर्मियों को यह निर्देश है कि वे अपने अधीन आने वाले गांव व शहर के वार्ड में नियमित संपर्क करें। जिसके भी घर बेटी हो, वहां पर जाकर घर वालों का मुंह मीठा कराएं। उनको सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में बताएं। इससे उस कन्या को जोड़ें।
इसी अभियान के तहत इस साल अब तक 25 हजार बेटियों को सुकन्या समृद्धि योजना से पोस्ट ऑफिस से जोड़ दिया गया है। योजना के तहत बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए। खाता खोलने के लिए एक हजार की राशि चाहिए।
इन जिलों में अभियान
दरभंगा, पूर्वी चम्पारण, सारण, सीतामढ़ी, सिवान व मधुबनी।
ये कागजात होंगे जरूरी
बच्ची का जन्म प्रमाणपत्र।
जमाकर्ता (माता-पिता या अभिभावक) का पहचान पत्र जैसे पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि।
जमाकर्ता केपते का प्रमाणपत्र जैसे पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोल बिल आदि।
कब निकाल सकते हैं जमा राशि
बेटी की उम्र18 साल होने से पहले आप पैसे नहीं निकाल सकते। उसकी उम्र 21 साल होने पर राशि पूर्ण हो जाती है। बेटी की उम्र 18 साल होने के बाद आपको आंशिक निकासी की सुविधा मिलती है। मतलब आप खाते में जमा रकम का 50 फीसद तक निकाल सकते हैं। दुर्भाग्य से अगर बच्ची की मृत्यु हो जाती है तो खाता तुरंत बंद हो जाएगा। ऐसे मामले में खाते में पड़ी रकम अभिभावक को दे दी जाती है।
कहा- पीएमजी, उत्तर क्षेत्र ने
बेटी बचाओ अभियान की कड़ी में यह पहल चल रही है। जिस घर में बेटी का जन्म हो रहा है, वहां डाककर्मी जाकर बधाई देने के साथ सुकन्या समृद्धि योजना से जोड़ रहे हैं। कोशिश है कि एक भी बेटी इससे वंचित न रहे।