पटना पुलिस पर लापरवाही के आरोप में गाज गिर चुकी है। सचिवालय एसएचओ समेत चार पुलिसकर्मी सस्पेंड हो चुके हैं। सीएम आवास के बाहर सोमवार को पटना पुलिस पर कार्रवाई हुई। पटना पुलिस में तैनात तीन बड़े पुलिस अधिकारियों को जिले से बाहर भेजने की सिफारिश डीजीपी पीके ठाकुर को भेज दी गई है।
सूत्रों की मानें उन तीन पुलिस वालों में पटना के सिटी एसपी वेस्ट रविन्द्र कुमार, पालीगंज के एएसपी मिथलेश कुमार और एक डीएसपी लेवल के अधिकारी के नाम शामिल हैं।
शानिवार को सीएम हाउस के बाहर जो कुछ हुआ, उसमें इन तीन पुलिस अधिकारियों को बड़ा दोषी माना गया है। पटना के जोनल आईजी नैयर हसनैन खां ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट पुलिस हेडक्वार्टर को भेज दी है।
सूत्र बताते हैं कि रिपोर्ट में इन तीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की अनुशंसा की गई है।
सीएम हाउस में होने वाली जदयू के कार्यकारिणी की मीटिंग को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए पटना एसएसपी मनु महाराज की ओर से 18 अगस्त को ही ऑर्डर जारी कर दिए गए थे।
बावजूद इसके पटना पुलिस लाइन के सार्जेंट मेजर उदय कुमार ने बड़ी लापरवाही बरती। पुलिस फोर्स की पोस्टिंग में इनकी लापरवाही सामने आई है। इसी तरह की लापरवाही सचिवालय थाना के एसएचओ सतीश कुमार ने भी बरती। आईजी ने अब इन दोनों को सस्पेंड कर दिया है। इन दोनों के अलावे दो और सब इंस्पेक्टर को भी सस्पेंड किया गया है।
कुल मिलाकर 4 पुलिस पदाधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। ये फेहरिस्त अभी और भी बढ़ सकती है। सोमवार की शाम पटना एसएसपी मनु महाराज ने पूरे मामले की जांच रिपोर्ट आईजी को सौंपी। अपने रिपोर्ट में एसएसपी ने दो सब इंस्पेक्टर को दोषी माना था, लेकिन आईजी ने एसएसपी के साथ पूरे मामले का रिव्यू किया।
फिर जांच रिपोर्ट को खंगाला। अपने रिव्यू में ही आईजी ने पुलिस लाइन के सार्जेंट मेजर और सचिवालय थाना के एसएचओ को दोषी पाया। इसके बाद यह बड़ी कार्रवाई की गई है।