फर्जी डॉक्युमेंट्स के आधार पर पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर नहीं है। नीतीश कुमार सरकार ऐसे 51 हजार किसानों से 39 करोड़ रुपयों की वसूली की तैयारी कर रही है। इनमें से काफी किसान तो ऐसे भी हैं जो अपना हर साल आयकर भी भरते हैं लेकिन उसके बावजूद किसान निधि का लाभ उठा रहे हैं। इन सभी किसानों से जून महीने के आखिरी सप्ताह तक पैसे वापस लौटाने के लिए कहा गया है।
फर्जी तरह से लाभ लेने वाले सभी किसानों को पैसे लौटाने का सार्वजनिक नोटिस जारी किया गया है। अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो उसे कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा। राज्य में करीब 82 लाख किसान पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं जिनमें अभी 11 लाख किसानों के अकाउंट वेरिफाई होने हैं। अभी तक राज्य में किसानों को 1670 करोड़ दिए जा चुके हैं। इस स्कीम में अभी तक करीब 51 हजार किसान फर्जी पाए गए हैं, जिनसे 39 करोड़ वापस लिए जाएंगे।
बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि की प्रत्येक योग्य किसान के खाते में दो हजार रुपयों की पहली किस्त का भुगतान किया गया है। जिन लोगों को चालू वित्त वर्ष (2022-23) की पहली किस्त नहीं मिली है, उन्हें अपने बैंक खातों को आधार संख्या और एनपीसीआई विवरण से जोड़ने और त्वरित समाधान के लिए कृषि निदेशालय को सूचित करने का निर्देश दिया गया है।