मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब पीछे नहीं आगे के बारे में सोच रहे हैं. जिस तरह से शिक्षा को लेकर बिहार सरकार की किरकिरी हुई है उसे देखते हुए कई बड़े एक्शन लिए जा सकते है. साेमवार को लोक संवाद कार्यक्रम के बाद प्रेस काॅन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि रिजल्ट क्यों खराब हुआ, इस पर मंथन चल रहा है. इस मामले में शिक्षकों के साथ-साथ पदाधिकारियों की भी जिम्मेवारी तय की जायेगी और उन पर कार्रवाई भी की जायेगी.यही नहीं ख़राब चीजों को ठीक भी किया जायेगा. उन्होंने कहा कि स्कूलों की जो कमियां हैं, उन्हें भी दूर किया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी व सरकार से अनुदान लेनेवाले स्कूल-कॉलेजों का रिजल्ट और वैसे स्कूल, जहां का एक भी बच्चा पास नहीं कर पाया, उनकी सूची तैयार की जा रही है. कैसे वहां पढ़ाई चल रही थी, कौन पढ़ा रहे हैं और कैसे स्कूल चल रहे हैं, सबकी जानकारी ली जा रही है. यह देखा जा रहा है कि ऐसी नौबत क्यों आयी कि इन स्कूलों में एक भी बच्चा पास नहीं कर सका? उन्होंने कहा कि सभी की अपनी-अपनी जवाबदेही होती है.