दुर्गापूजा में कदमकुआं पीरमुहानी में इस बार पूजा पंडाल अयोध्या के राम-जानकी मंदिर की तरह दिखेगा। पंडाल निर्माण का निर्माण कार्य पश्चिम बंगाल के कलाकार कर रहे हैं। पंडाल 50 फीट लंबा और 30 फीट ऊंचा बनाया जा रहा है। इस बार भगवान राम के महल में मां दुर्गा विराजेंगी। नजारा अद्भुत और मनमोहक होगा।
देवी दर्शन और आकर्षक पंडाल के दीदार के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ेगी। पिछले दो वर्षों से कोरोना महामारी की वजह से पंडाल का निर्माण बहुत छोटे रूप में किया जा रहा था। इस बार आयोजन को भव्य बनाने की तैयारी चल रही है। पंडाल में देवी मां के दर्शन के लिए जाने और निकलने के लिए अलग-अलग रास्ते होंगे। पंडाल के हर खंभे और मोड़ पर राम मंदिर की छटा दिखेगी। श्रद्धालुओं के पहुंचते ही उन्हें लगने लगेगा कि वे अयोध्या पहुंच गए हैं। इससे श्रद्धालु अध्यात्म और भक्ति में डूब जाएंगे।
प्रसाद में मिलेगी खिचड़ी और तस्मयी दुर्गापूजा में यहां बड़े पैमाने पर प्रसाद का वितरण किया जाता है। अष्टमी को खिचड़ी, नववी को हलवा-चना और दसवीं को तस्मई का भोग लगता है। यह प्रसाद श्रद्धालुओं के बीच वितरित होता है। अद्भुत नजारा होगा है।
सुख-शांति लाती हैं मां
कदमकुआं पीरमुहानी में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना 1938 से हो रही है। यहां श्रीश्री नवयुवक संघ दुर्गा पूजा समिति पीरमुहानी के बैनर तले पूजा हो रही है। माता की पूजा पीरमुहानी इलाके में सुख-शांति लाती है। नवरात्र के समय यहां मेला लगता है। पूजा के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।
पूजा समिति में शामिल
अध्यक्ष अर्जुन यादव, कोषाध्यक्ष विक्की कुमार, सचिव प्रभात कुमार, प्रभारी सुनिल कुमार सिन्हा, सदस्य पवन प्रसाद, पिंटू यादव समेत अन्य शामिल हैं।
मां के आशीर्वादी रूप की होती पूजा
श्रीश्री नवयुवक संघ दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष अर्जुन यादव कहते हैं कि यहां मां की पूजा आशीर्वादी रूप में होती है। यहां गणेश जी, लक्ष्मी जी, कार्तिकेय, मां सरस्वती की भी प्रतिमा रहेगी। पूजा तक प्रतिमा बनकर पंडाल में पहुंच जाएगी।