दिसंबर में गांधी सेतु के नीचे से फिर से पीपापुल शुरू हो जाएगा। छठ पूजा के कारण पुल के हिस्सों को घाट से हटाकर नदी में शिफ्ट किया जा रहा है। श्रृष्टि डेवलपर्स द्वारा बनाए जा रहे पीपापुल को पूरा होने में अभी एक महीने से अधिक का वक्त लगेगा। इस बार पीपापुल का दोनों ही लेन गांधी सेतु से पूरब की ओर शिफ्ट किया जा रहा है।
गाय घाट के पूर्वी इलाकों से ही गाड़ियों को आने-जाने का रूट दिया जाएगा। गंगा पाथ-वे (दीघा से दीदारगंज के बीच बन रहे मरीन ड्राइव) निर्माण के कारण इस बार सेतु के दोनों तरफ पुल का निर्माण नहीं होगा। सेतु के पश्चिमी ओर गंगा पाथवे का पिलर निर्माण कार्य चल रहा है।
इसे भद्र घाट के बीच बनाया जाएगा। पुल निर्माण में किसी तरह की बाधा नहीं आए, इसलिए निर्माण एजेंसी ने दोनों ही पीपापुल को एक तरफ ही शिफ्ट करने का फैसला लिया है।
पुल का निर्माण अभी फाइनल नहीं किया जाएगा। छठ घाट को देखते हुए भद्र घाट से पटना सिटी के बीच नदी के किनारों पर शिफ्ट किए गए पीपापुल के हिस्सों को हटाने का फैसला लिया गया है। घाटों की सफाई और निर्माण कार्य में दिक्कत रही है।
एजेंसी ने बताया कि पुल को सिर्फ घाट से हटा दिया जाएगा। अभी इस पर गाड़ी नहीं चलाई जा सकती। जोड़ने के बाद इसकी मजबूती पर कार्य होना है। इसमें एक महीने से अधिक का वक्त लगेगा। दिसंबर मध्य के बाद इसकी शुरुआत हो जाएगी।
गायघाट के पास फिर से जाम लगने की आशंका
गायघाट चौराहा, अशोक राजपथ, पटना सिटी, बिस्कोमान गोलंबर, राजेंद्रनगर धनुष पुल, धनुकी मोड़ सहित आसपास के सभी रूट पर छोटी गाड़ियों की संख्या बढ़ने वाली है।
मुख्य रूप से राजधानी के पूर्वी और उत्तरी इलाकों में रहने वाले लोग सेतु पार करने के लिए इसी रूट का इस्तेमाल करते हैं। इस कारण यहां ट्रैफिक पटना पुलिस के लिए फिर से एक बार चुनौती बढ़ने वाली है।