पटना महानगर में नालों के गंदे पानी के ट्रीटमेंट के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह योजना नमामि गंगे के तहत चलाई जा रही है।
एसटीपी के तीन प्रमुख प्लांट के लिए निर्माण कंपनियों ने स्थल सर्वेक्षण और डिजाइन बनाने का काम शुरू कर दिया है। दो जगहों पर बनने वाले एसटीपी- बेउर और करमलीचक के लिए वोल्टास और जीएए (जर्मनी की कंपनी) ने संयुक्त रूप से एकरारनामा किया है।
वहीं, तीसरे सैदपुर एसटीपी और आसपास के लिए नेटवर्क बनाने का काम साङो तौर पर यूईएम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और ईवीएस इन्फ्राकॉम प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है।
तीनों एसटीपी की कुल शोधन क्षमता 140 मिलियन लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) होगी। इनमें बेउर की 43, सैदपुर की 60 और कर्मलीचक की 37 एमएलडी होगी।
सैदपुर में 55.10 किलोमीटर में सीवरेज नेटवर्क भी बनेगा। बेउर के लिए स्वीकृत राशि 68.16 करोड़, जबकि एकरारनामा की राशि 77.85 करोड़ रुपए है।