बिहार की राजधानी पटना के एयरपोर्ट से गुवाहाटी जाने वाले स्पाइस जेट के विमान की तकनीकी गड़बड़ी को 30 घंटे बाद भी ठीक नहीं किया जा सका है। यह विमान अब भी पटना एयरपोर्ट की पार्किंग में खड़ा है, जहां विमानन कंपनी के विशेषज्ञ इंजीनियर इसे दुरुस्त करने में लगे हैं। इधर, नागर विमानन निदेशालय की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हफ्ते भर के भीतर एक ही विमानन कंपनी का संरक्षा से जुड़ा दूसरा मामला सामने आने पर निदेशालय के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया है। विमानन कंपनी से डीजीसीए ने रिपोर्ट मांगी है।
हालांकि घटना के बाद ही स्पाइस जेट की ओर से विमान को उड़ान से रोकने के पीछे की वजहों की जानकारी दी गई थी। पूरे मामले पर पटना एयरपोर्ट के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है और किसी तरह के संवाद से बच रहे हैं, जबकि पटना से जाने वाले यात्रियों की फजीहत जारी है। यात्रियों ने बताया कि रविवार रात साढ़े नौ बजे दूसरी फ्लाइट से उन्हें गुवाहाटी भेजने की बात विमानन कंपनी के प्रतिनिधियों ने कही है। रविवार को उड़ान का इंतजार कर रहे यात्रियों की विमानन कंपनी के प्रतिनिधि के साथ कई बार नोकझोंक भी हुई। एयरपोर्ट पर इस दौरान हंगामे की स्थिति बनी। सीआईएसएफ बलों ने यात्रियों को समझाकर शांत कराया।
शनिवार को दिन के सवा तीन बजे इस विमान के पटना के रनवे से गुवाहाटी के लिये उड़ान भरने से ठीक पहले पायलट को विमान के दरवाजे से ऑक्सीजन लीक होने का पता चला था। टैक्सी बे की ओर विमान के ले जाने के बाद पायलट को कॉकपिट में फ्यूजलेज डोर चेतावनी लाइट जलती दिखी थी, जिसके बाद विमान को पार्किंग एरिया में लौटाना पड़ा था। पटना एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि विमान की तकनीकी गड़बड़ी को रविवार की शाम तक दुरुस्त नहीं किया जा सका था।
हालांकि, इसे ठीक करने के लिए दूसरे शहरों से आई इंजीनियरों की टीम शनिवार से लेकर रविवार शाम तक लगातार काम करती रही। शनिवार से ही इस विमान से सफर का इंतजार कर रहे यात्री 30 घंटे से ज्यादा समय बीतने पर आक्रोश जताते दिखे। यात्रियों ने बताया कि विमानन कंपनी द्वारा उन्हें दूसरे विमान से भेजे जाने की बात बार बार कही जा रही थी हालांकि बार बार समय पुनर्निधारित किया जाता रहा।