पटना समेत 16 जिलों का लुढ़का पारा, 5 वर्षों में दूसरी बार राजधानी का तापमान सबसे कम

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राजधानी समेत प्रदेश में पछुआ हवा का प्रभाव बने होने से तापमान में अंतर देखने को मिल रहा है। सुबह कुहासा के साथ दिन भर ठंड का असर दिखा। दोपहर में धूप निकली, लेकिन, गर्माहट नहीं रही। इसके कारण दिनभर बदन से गर्म कपड़े नहीं उतरे। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, अगले पांच दिनों तक प्रदेश का मौसम शुष्क बने होने के साथ अगले 48 घंटों के दौरान प्रदेश के उत्तरी इलाकों में सुबह के समय कोहरे का प्रभाव बना रहेगा। राजधानी व आसपास हल्के कोहरे का असर रहेगा।

शनिवार को राजधानी समेत प्रदेश के 16 जिलों के अधिकतम तापमान में जहां कमी आई है वहीं 20 जिलों के न्यूनतम तापमान में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई। पटना के अधिकतम तापमान में 0.4 डिग्री की गिरावट के साथ 24.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान में सामान्य से एक डिग्री वृद्धि के साथ 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

फरवरी में वर्षा के आसार कम

वरीय मौसम विज्ञानी डा.ए सत्तार ने बताया कि वातावरण में अचानक नमीयुक्त हवा के प्रवेश करने तथा अधिकतम तापमन में कमी के कारण मौसम में बदलाव दिखा। तराई क्षेत्र में (नेपाल से हिमाचल तक) ठंडी हवा का बहाव रहा। यह स्थिर नहीं रहेगा। दो दिन के अंदर सब कुछ सामान्य रहेगा। मौसम साफ व शुष्क हो जाएगा। फरवरी महीने में प्रदेश के अधिसंख्य जिलों में सामान्य से कम वर्षा के आसार है। वहीं, न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार है।

मौसम रहेगा शुष्क, तापमान में जारी रहेगा उतार-चढ़ाव

ग्रामीण कृषि मौसम सेवा, कृषि मौसम विभाग जलवायु परिवर्तन पर उच्च अध्ययन केन्द्र डा राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के अनुसार, अगले चार दिनों तक उत्तर बिहार के जिलों में आसमान प्रायः साफ तथा मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। पूर्वानुमान की अवधि में अधिकतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 10 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। सतही हवा की रफ्तार थोड़ा अधिक रह सकती है। 11-14 किलोमीटर प्रति घंटा की दर से पछिया हवा चलने की संभावान है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 80 से 90 प्रतिशत तथा दोपहर में 55 से 60 प्रतिशत रहने की संभावना है।

गया में पांच सालों में न्यूनतम तापमान सबसे कम

मौसम विज्ञान केंद्र पटना की ओर से सूचना जारी करते हुए बताया कि जनवरी महीने में 13 दिन शीत दिवस की स्थिति बनी हुई थी। वहीं, जनवरी महीने में अत्यंत शीतलहर की स्थिति 10 दिनों तक बनी रही। आठ दिनों तक प्रदेश में शीतलहर की स्थिति बनी रही। इस बार जनवरी महीने में गया में पांच सालों में सबसे कम न्यूनतम तापमान आठ जनवरी को 2.9 डिग्री दर्ज किया गया था। पूरे जनवरी महीने में औसत न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री दर्ज किया गया।

 

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