पटना व राज्य के दक्षिणी इलाकों में गुरुवार को धूप निकलने से थोड़ी राहत मिली लेकिन 15 जनवरी के बाद प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दूसरा दौर शुरू हो सकता है। बर्फीली हवाओं से तापमान के और नीचे जाने की संभावना है। अगले दो दिन राजधानी समेत प्रदेश के दक्षिणी जिलों में घना कोहरा छाने की चेतावनी है। पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, उत्तर मध्य भागों में अगले दो दिनों तक कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं।
पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर समेत प्रदेश के 30 जिलों में लगातार सात दिनों से कोल्ड डे की स्थिति है। गुरुवार को राजधानी और प्रदेश के दक्षिणी भागों में धूप निकलने से ठंड से थोड़ी राहत मिली है। उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में शीतलहर का प्रकोप रहा। अगले दो दिनों तक भी उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में शीतलहर कंपकंपी बढ़ाएगी।
गुरुवार को राजधानी समेत प्रदेश के 19 जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। वहीं पटना, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सिवान, पूर्वी चंपारण के अधिकतम तापमान में आंशिक वृद्धि हुई है। गुरुवार को भागलपुर के बांका का न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यह प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा। पटना का न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटना, भागलपुर, गया, पूर्णिया, फारबिसगंज में घने कोहरे का असर रहा। पटना में 50 मीटर, गया में 20 मीटर, भागलपुर में 50 मीटर दृश्यता दर्ज की गई। इस कारण चालकों को वाहन चलाने में परेशानी हुई।
पछुआ हवा के कारण हाड़तोड़ सर्दी
मुजफ्फरपुर सहित उत्तर बिहार में पछुआ हवा के कारण हाड़तोड़ ठंड पड़ रही है। कुहासा भी कम नहीं हो रहा है। 12 जनवरी को मौसम विभाग के अनुसार मुजफ्फरपुर का अधिकतम तापमान 13.2 और न्यूनतम तापमान 4.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सामान्य से करीब 10 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान कम रहा, वहीं न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा। मौसम विज्ञानी का कहना है कि अभी ठंड का कहर जारी रहेगा। सुबह-शाम कुहासा लग सकता है। चार से पांच किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चलने का पूर्वानुमान है। भागलपुर में भी 10 किमी की रफ्तार से पछुआ हवा चल रही है। फिलहाल, यहां ऐसी ही हवा चलेगी। सुबह कोहरे की बीच ठंड और दोपहर में धूप निकलने से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं।
चार शहरों की उड़ानें रद्द
वहीं घने कोहरे के कारण दरभंगा एयरपोर्ट से विभिन्न शहरों के लिए विमान सेवा गुरुवार को बुरी तरह प्रभावित रही। एयरपोर्ट पर दृश्यता 500 मीटर से भी कम थी। लो विजिबिलिटी के कारण चार शहरों के लिए उड़ानें रद रहीं। शेड्यूल के मुताबिक, पांच में चार शहरों-कोलकाता, बेंगलुरू, दिल्ली और मुंबई की उड़ानें रद्द थीं। सिर्फ हैदराबाद के लिए ही विमान उड़ान भर सका। जिससे कई यात्रियों को निराश हो कर घर लौटना पड़ा।