पटना की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने वाला महत्वाकांक्षी मरीन ड्राइव ( लोकनायक गंगा पथ ) जमीं पर उतरने लगा है। साढ़े तीन साल बाद ही सही, मरीन ड्राइव के पाये पर पहला स्लैब रखा गया। निर्माण एजेंसी नवयुगा मल्टीनेशनल कंपनी वीएसएल से स्लैब रखने का काम करा रही है।
पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव एएल मीणा ने बताया कि अगले साल जून तक दीघा सेतु से पीएमसीएच (कृष्णा घाट) तक मरीन ड्राइव के पहले चरण का निर्माण पूरा कर दिया जाएगा। दीघा सेतु से एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट तक 5.9 किलोमीटर की दूरी में बांध पर सड़क बनाया जा रहा है।
वहीं एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट से कृष्णा घाट तक 2.5 किलोमीटर की दूरी में 51 पायों पर 50 स्लैब ढाल एलिवेटेड रोड का निर्माण जारी है। दोनों ही काम तेजी से चल रहा है। दीघा पुल से एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक 5.90 किमी हिस्सा गंगा में बांध बनाकर तैयार होगा।
गौरतलब है कि पटना में आये दिन जाम की समस्या से लोग परेसान हैं। ऐसे में अगर पटना में मरीन ड्रइव बनकर तैयार हो जाता है तो लोगों को तो राहत मिलेगी ही, साथ ही साथ शहर की यातायात सुविधा भी सुधर जाएगी।