केंद्र सरकार गंगा नदी के दोनों ओर पांच-पांच स्थानों पर रोल-ऑन, रोल-आफ सेवा प्रारंभ करेगी। रोरो के तहत सड़क के वाहनों को विशालकाय स्टीमर पर चढ़ाकर नदी के दूसरी ओर उतारा जाएगा। वाहनों को नदी पार करने के लिए लंबा चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। गंगा पर जल परिवहन के तहत छह जगहों पर फेरी सेवा शुरू करने का प्रस्ताव है। केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने दैनिक जागरण के साथ विशेष बातचीत में इसकी जानकारी दी। रोरो सेवा के लिए बक्सर, गाजीपुर, हाजीपुर, मनिहारी, भागलपुर, पटना, कोलकाता, पाकुड़, हल्दिया तथा मुंगेर में टर्मिनल बनाए जाएंगे।
इसलिए अहम है परियोजना
जलमार्ग विकास परियोजना से माना जा रहा है कि इससे देश में माल परिवहन की लागत काफी कम हो जाएगी।
इससे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के विकास को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है।में की गई थी परियोजना की परिकल्पनायह जलमार्ग पूर्वी ट्रांसपोर्ट प्रणाली का एक अहम हिस्सा होगा। रेलवे के डेडीकेटेड फेट्र कारीडोर और एनएचएआइ के राजमार्गो के साथ इसे परिवहन के नए विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। इसका लाभ मल्टीमोडल ट्रांसपोर्ट प्रणाली के तहत जहाजरानी के अलावा सड़क, रेल व विमानन क्षेत्र को भी मिलेगा।प्रोजेक्ट पर 5400 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। गडकरी ने कहा कि वैसे तो भविष्य में इस जलमार्ग को इलाहाबाद, कानपुर और हरिद्वार तक बढ़ाने की योजना है। लेकिन, फिलहाल वाराणसी-हल्दिया के हिस्से को ही लिया गया है। क्योंकि, वाराणसी से आगे का काम काफी कठिन है।