गेट के नाम से प्रसिद्ध ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग 2017 के परिणामों की घोषणा की जा चुकी है। एक बार फिर बिहार के सैकड़ों छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए अपनी काबिलियत सिद्ध किया है। सभी ट्रेडों के लिए शामिल होने वाले पांच से सात लाख छात्रों में पटना के राजीव नगर के रहने वाले शिवम सिंह ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को प्रथम स्थान मिला।
शिवम ने 100 मार्क्स की परीक्षा में 81.25 अंक प्राप्त किया। गेट परीक्षा के इलेक्ट्रिकल स्ट्रीम में देशभर से एक लाख से अधिक शामिल हुए परीक्षाथियों में एनआईटी रायपुर का इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र शिवम ने टॉप किया है। रैंक के आधार पर शिवम को एनटीपीसी सहित कई बड़े संस्थानों से कॉल आने की संभावना है और उम्मीद है की पीएसयू मिल जाएगा।
अपनी सफलता पर शिवम ने कहा कि उनकी सफलता में सिविल इंजीनियर पिता राणा अजय कुमार सिंह व मां रेणु सिंह का बड़ा योगदान है। शिवम् ने दिल्ली में रहकर तैयारी की थी। अब किसी अच्छे इंस्टिट्यूट से कॉल आने का इंतजार है।
शिवम का एलएनटी में प्लेसमेंट हुआ था लेकिन उन्होंने ने नौकरी न कर गेट की तैयारी करने का फैसला लिया था। ऑनलान टेस्ट सीरीज में प्रत्येक दिन शामिल होने के बाद ही ये परिणाम आया।
शिवम् के अलावा अन्य कई बिहार छात्रों ने बेहतरीन परिणाम प्राप्त किया है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में श्रीकांत सिंह को 73वां रैंक, कंप्यूटर साइंस में अब्दुल हमीद को 77वीं, सिविल ब्रांच में अमन को 84वां समेत इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कॉम्युनिकेशन में दीपमाला को 92वां रैंक हासिल हुआ है।
विशेषज्ञों के अनुसार 200 से 300 रैंक वाले छात्रों को बेहतर संस्थान मिलने की उम्मीद होती है।
इस साल फरवरी में हुई इस परीक्षा को आईआईटी रुड़की ने संचालित किया था। गेट परीक्षा के माध्यम से इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चर के मास्टर्स डिग्री प्रोग्राम के साथ विज्ञान के विभिन्न ब्रांच में डॉक्टरेट प्रोग्राम के लिए राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा ली जाती है। भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वार गेट में उत्तीर्ण छात्रों को स्कॉलरशिप या फेलोशिप प्रदान की जाती है। इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चर में बैचलर डिग्री रखने वाले या साइंस, सांख्यिकी और कम्प्यूटर आवेदन मास्टर्स डिग्रीधारी या अंतिम वर्ष के छात्र इस परीक्षा में बैठते हैं।