पशुपति पारस के मोदी कैबिनेट में शामिल होने से नाराज़ चिराग पासवान ने लगाया आरोप- मंत्री पद के लालच में पार्टी और परिवार तोड़ा

राजनीति

मोदी मंत्रिमंडल में बुधवार को बड़ा फेरबदल हुआ. केंद्रीय मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को शामिल किया गया. टीम मोदी में शामिल चेहरों में से एक नाम पशुपति कुमार पारस का भी है. पशुपति कुमार पारस खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बनाया गया है. एलजेपी में विवाद के बीच चिराग पासवान को बड़ा झटका देते हुए पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री की शपथ ली. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र ने मुझे जो जिम्मेदारी दी उसका धन्यवाद करता हूं. जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उनको ईमानदारी से निभाउंगा. पशुपति पारस बोले,’रामविलास पासवान मेरे लिए भगवान थे. आज उनको याद कर रहा हूं. चिराग की बात चिराग से पूछिए. आज भी चिराग मेरे लिए पहले जैसे थे वैसे ही आज भी हैं.’

केंद्रीय मंत्री पद की शपथ लेने के बाद पशुपति कुमार पारस ने कहा कि हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से मैं जीत कर आया हूं. हाजीपुर की जनता को नमन करता हूं. जो ज़म्मेदारी मुझे दी गई है मैं पूरी निष्ठा और ईमानदारी से सेवा करूंगा. जो भी विभाग मिलेगा मैं सेवा करूंगा.

लोजपा सांसद चिराग पासवान अपने आशीर्वाद यात्रा के दौरान बुधवार को समस्तीपुर पहुंचे. वे मोरवा प्रखंड के हलई, चकलालशाही, पटोरी प्रखंड के सिरदिलपुर, सुपौल का दौरा करते हुए समस्तीपुर पहुंचे. समस्तीपुर सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा.

चिराग पासवान बोले,’बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले ही विधानसभा चुनाव होगा. उसकी भूमिका तेजी से बनने लगेगी. जिस तरह से जनता दल यूनाइटेड और सीएम नीतीश कुमार ने अपने ही नेताओं के साथ धोखा किया. जिस तरह से पशुपति कुमार पारस के नाम को ज्यादा प्राथमिकता दी, क्योंकि चिराग पासवान ने आपको विधानसभा चुनाव में नुकसान पहुंचाया. तीसरे नंबर की पार्टी बनाया. आपके आधे से ज्यादा सिटिंग मंत्री और विधायक को हराने का काम किया. सिर्फ इसी रंजिश को निकालने के लिए आपने मेरे परिवार के एक सदस्य को मंत्री बनाने के लिए अपने ही पार्टी के नेताओं को छोड़ दिया.

चिराग पासवान बोले,’मेरा दावा है कि बहुत जल्द जेडीयू में बड़ी टूट के साथ फिर विधानसभा चुनाव होगा. जेडीयू के कई विधायक और नेता अब भी मेरे सम्पर्क में हैं. वहीं अपने चाचा पशुपति कुमार पारस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि चाचा को पार्टी के संविधान की जानकारी नहीं है. वहीं पार्टी के प्रति समर्पण भी नहीं है. इनका एकमात्र लक्ष्य मंत्री बनना था. इसके लिए चाचा ने अपने भाई, परिवार, पार्टी की पीठ में खंजर भौंकने का काम किया है.

चिराग पासवान ने अपने चाचा के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के सवाल पर सभी को अपनी ओर से बधाई व शुभकामना दी. साथ ही कहा कि अगर चाचा जेडीयू व निर्दलीय के रूप में मंत्रीमंडल में शामिल किए गए होंगे तो कोई बात नहीं है. अगर लोजपा कोटे से, जो मेरे दिवंगत पिता रामविलास पासवान के निधन पर खाली हुई, सीट से मंत्री बने हैं तो हम लोग आपत्ति दर्ज करते हुए न्यायालय जाएंगे. अगर वह अपने आपको लोजपा का सांसद बोलेंगे तो गलत है. जिनको मेरी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने निकाल दिया है उसके बाद अगर इस नाम का इस्तेमाल होता है तो हम लोग कार्रवाई करेंगे. समस्तीपुर में आशीर्वाद यात्रा के दौरान कांग्रेस के चुनाव समिति के सदस्य और वरिष्ठ नेता अनुपम कुमार सिंह हीरा और पूर्व जिला परिषद संतोष कुमार ने पासवान चिराग पासवान के सामने लोक जनशक्ति पार्टी की सदस्यता ली.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *