पटना: मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के संयोजक और मधेपुरा सांसद पप्पूस यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बालिका गृह कांड में अपना मुंह बंद रखने के लिए मुझे 10 करोड़ रुपए ऑफर किए गए थे।
सांसद ने कहा कि इस घटना में सफेदपोश नेता से लेकर बड़े-बड़े अधिकारी तक शामिल हैं। उन्होंने पीड़ित लड़कियों की संख्या पर कहा कि इस मामले में 85 लड़कियां यौन शोषण का शिकार हुई हैं। सांसद ने कहा कि अगर जांच का दायरा बढ़ाते हुए निजी महिला छात्रावास के अलावा जवाहर नवोदय विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय आदि की भी जांच हो तो कई खुलासे सामने आ सकते हैं। पप्पू यादव ने सीबीआई जांच कोर्ट के निगरानी में करने की मांग की।
इससे पहले पप्पू यादव ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा का इस्तीफा मांगा था। सांसद ने इसके लिए मंगलवार से चरणबद्ध आंदोलन का एलान कर रखा है। मंगलवार को इस्तीफे की मांग को लेकर गर्दनीबाग में धरने पर बैठेंगे। अगले दिन यानि बुधवार को मंत्री के आवास के बाहर धरना देंगे और गुरूवार को न्याय यात्रा निकला कर इस्तीफे की मांग करेंगे।
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के संरक्षक और सांसद पप्पू यादव ने सरकार से पूछा है कि मुजफ्फरपुर कांड में दो मंत्रियों का नाम आने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई क्योंर नहीं की गयी। सांसद ने मंत्री द्वारा बचाव में जाति का उल्लेिख करने के आरोप में उन्हेंर बर्खास्तय करने की मांग सीएम नीतीश कुमार से की। उन्हों ने कहा कि सत्ता और विपक्ष दोनों मिलकर मुजफ्फरपुर कांड को दबाना चाहते थे, क्यों कि दोनों पक्षों के लोग कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से लाभान्वित थे।
Source: Live Bihar