श्रीनगर.पाकिस्तानी आर्मी ने सोमवार को आतंकियों के साथ मिलकर LoC पार कर दी। पुंछ में भारतीय इलाके में 250 मीटर अंदर तक घुसी पाक बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) ने आर्मी-बीएसएफ की पेट्रोल पार्टी पर हमला कर दिया। इसके बाद हमले में शहीद हमारे दो जवानों के सिर काट लिए। पांच महीने में जवानों के शवों का अपमान करने का यह दूसरा मामला है। पाकिस्तान इस बार भी मुकर गया है। घटना के बाद इंडियन आर्मी ने कहा कि वह इसका माकूल जवाब देगी। वहीं, डिफेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने कहा कि ये शहादत बेकार नहीं जाएगी। इस बीच, आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत श्रीनगर पहुंच गए। बता दें कि इससे पहले नवंबर में माछिल सेक्टर में तीन जवान शहीद हो गए थे। तब एक जवान का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला था। 8 प्वाइंट्स में समझें पूरा मामला…

1. सोमवार सुबह एलआेसी पर हुई फायरिंग, पाक ने दागे रॉकेट
–पाकिस्तान आर्मी की 647 मुजाहिद बटालियन ने सोमवार सुबह 8 बजकर 25 मिनट पर पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में फायरिंग की। पाकिस्तान की ‘पिम्पल’ पोस्ट से भारत की ‘कृपाण’ पोस्ट को निशाना बना गया। मोर्टार और रॉकेट दागे गए। ऑटोमैटिक वेपंस से हैवी फायरिंग की गई।
2. हमले को कैसे अंजाम दिया?
– डिफेंस सूत्रों ने DainikBhaskar.com को बताया कि कृष्णा घाटी में पाकिस्तान ने पहले रॉकेट और भारी हथियारों से हमला किया। भारत की तरफ से भी जवाब दिया गया। इस दौरान दो पोस्ट के बीच जवानों की एक टुकड़ी एलओसी पर लगी तारों की फेंसिंग पार कर लैंडमाइंस की चैकिंग के लिए आगे बढ़ी, तभी फायरिंग में दो जवान शहीद हो गए। बाद में वहां घात लगाकर मौजूद बीएटी ने जवानों के साथ बर्बरता की और उनके सिर काट दिए गए। ऐसा कहा जाता है कि BAT तब ही एक्शन में आती है, जब आतंकियों की घुसपैठ करानी होती है।
– आर्मी के एक सीनियर अफसर ने बताया- “यह सोचा समझा हमला है। पाकिस्तान आर्मी की बीएटी टीम एलओसी पार कर भारतीय सीमा में करीब 250 मीटर तक घुस आई थी। ये लंबे वक्त से अटैक को अंजाम देने का इंतजार कर रहे थे।”
– सोमवार सुबह पाकिस्तानी आर्मी ने दो पोस्ट के बीच रॉकेट और मोर्टार से हमला किया और पोस्ट के जवानों को उलझाए रखा। उनका टारगेट 7 से 8 मेंबर वाली पेट्रोलिंग पार्टी थी, जो पोस्ट से बाहर चैकिंग के लिए आई थी।”
– सोमवार सुबह पाकिस्तानी आर्मी ने दो पोस्ट के बीच रॉकेट और मोर्टार से हमला किया और पोस्ट के जवानों को उलझाए रखा। उनका टारगेट 7 से 8 मेंबर वाली पेट्रोलिंग पार्टी थी, जो पोस्ट से बाहर चैकिंग के लिए आई थी।”
3. फायरिंग के बाद क्या हुआ?
–इस हमले में 22 सिख इन्फैंट्री के नायब सूबेदार परमजीत सिंह, बीएसएफ की 200वीं बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल प्रेम सागर शहीद हो गए। बीएसएफ के कॉन्स्टेबल राजेंद्र सिंह जख्मी हो गए। अब वे खतरे से बाहर हैं। बता दें कि शहीद प्रेम सागर यूपी के देवरिया के रहने वाले थे।
4. घुसपैठ के लिए यह वक्त अहम क्यों है?
– एलओसी पर गर्मियों का वक्त बेहद अहम होता है। दरअसल, इस दौरान पहाड़ों पर बर्फ पिघलती है और इसका फायदा उठाकर पाकिस्तान आतंकी घुसपैठ की साजिश को अंजाम देने की कोशिश करता है।
– एलओसी पर कुछ जगह ऐसी हैं, जहां फेंसिंग लगाना बेहद मुश्किल है। ये इलाका दलदली है और यहां कई खतरे होते हैं। पाकिस्तान इस इलाके से वाकिफ आतंकियों को BAT टीम के साथ भेजता। सोमवार को हुई घटना भी इसी तरह होने का अनुमान है।
– एलओसी पर कुछ जगह ऐसी हैं, जहां फेंसिंग लगाना बेहद मुश्किल है। ये इलाका दलदली है और यहां कई खतरे होते हैं। पाकिस्तान इस इलाके से वाकिफ आतंकियों को BAT टीम के साथ भेजता। सोमवार को हुई घटना भी इसी तरह होने का अनुमान है।