विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के चौथे दिन बाबा अजगैबीनाथ धाम और सीढ़ी घाट से सत्तर हजार कांवरिये जल भरकर बाबाधाम के लिए रवाना हुए।जिसमें सामान्य कांवरियों की संख्या 69,122 थी। इनमें पुरुष 46,084 महिला कांवरिया 23,038 तथा 861 डाक कांवरियों में 18 महिला डाक बम शामिल थी।
कुल 69,983 कांवरिये उत्तर वाहिनी गंगा तट से जल संकल्प कराकर भोलेनाथ को जलाभिषेक करने झारखंड स्थित बैद्यनाथ धाम रवाना हुए। इधर, दो दिनों से रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी धीमी गति से हो रही बारिश से मौसम कांवरियों के अनुकूल हो गया है।
जिससे कांवरिये उमंग के साथ अपनी कांवर पदयात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान कांवरिये बाबा नगरी दूर है, जाना जरूर है, कहते हुए चले जा रहे हैं। हर ओर वातावरण ऐसा बना हुआ है कि कांवरिये शिव गीतों पर झूमते-गाते चल कच्ची पथ पर बढ़ रहे हैं।

असरगंज से आगे तो कांवरियों का कारवां देखते ही बन रहा है। कदमताल करते हुए एक ही धुन में बढ़ने उनके नंगे पांव मन को उत्साहित कर रहा है।
कच्चा कांवरिया पथ पर कांवरियों का हुजूम अनवरत जारी है। पथ पर चल रहे कांवरिये एक-दूसरे का उत्साह बढ़ाते हुए एकता का परिचय देते चल रहे हैं।