बिहार के बक्सर जिला की बेटी प्रगति ओझा को इसरो द्वारा प्रथम अभिभाषण पर सम्मानित किया गया है. प्रगति सीनियर हिंदी ट्रांसलेटर के पद पर गुजरात के अहमदाबाद में नियुक्त है और चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण पर अपना अभिभाषण दिया था. जिसको लेकर यह सम्मान मिला है. प्रगति की इस उपलब्धि पर परिवार में जहां हर्ष का माहौल है तो वहीं, जिले के लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर लगातार बधाइयां दे रहे है. प्रगति मूल रूप से बक्सर जिला के डुमरांव अनुमंडल क्षेत्र के ओझा बरांव गांव निवासी किसान ओमप्रकाश ओझा और ममता ओझा की पुत्री है. प्रगति दो भाई और एक बहन है.
प्रगति के बड़े भाई शिक्षक पंकज ओझा ने बताया कि उन्हें अपनी बहन पर गर्व है. जिसने खुद की काबिलियत पर चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण पर शुद्ध उच्चारण के साथ अभिभाषण दिया है. जिसके लिए उसे इसरो द्वारा सम्मानित किया गया है. पंकज ओझा ने बताया कि प्रगति की उपलब्धि पर घर में खुशी का माहौल है और मोहल्ले में मिठाई भी बांटी गई है. उन्होंने बताया कि प्रगति की प्रारंभिक शिक्षा पैतृक गांव के बाद बक्सर से पूरी हुई है. प्रगति ने मैट्रिक तक की पढ़ाई बिहार पब्लिक स्कूल सीबीएसई बोर्ड से की है. इसके बाद इंटरमीडिएट एमवी कॉलेज से की है. वहीं, स्नातक काशी हिंदू विश्वविद्यालय से की है. स्नातक के बाद बनारस में हीं रहकर उसने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की. इस बीच प्रथम प्रयास में ही एसएससी(स्टॉफ सेलेक्शन कमीशन) की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सीनियर हिंदी ट्रांसलेटर के पद पर चयनित हुई.
वहां इसके बाद उसने जब बतौर भाषा अनुवाद अधिकारी योगदान दिया तो भाषा कौशल और काबिलियत के दम पर चंद्रयान-3 के लांचिंग के दौरान अभिभाषण के ऑडिशन में चयनित हुई.प्रगति ने बताया कि तैयारी के दौरान वह प्रतिदिन 5 घंटे तक सेल्फ स्टडी किया करती थी. इसके अलावा अभी भी जॉब करते हुए सिविल सर्विसेज की तैयारियों में जुटी हुई है. प्रगति का सपना है कि वह प्रशासनिक अधिकारी बन कर समाज की सेवा करें. इसरो द्वारा मिलने वाले सम्मान पर प्रगति ने खुशी जाहिर करते हुए इसका श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दी. वहीं, अपने सन्देश में प्रगति ने कहा कि बेटियों को भी सामाजिक भागीदारी समझकर उसे निभाने की अत्यंत आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है. मनुष्य को सही दिशा में निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए. प्रगति ने बताया कि इसरो में दिए अभिभाषण की सफलता पर हौसला बढ़ा है. ऐसे में वह अगली बार 26 जनवरी को राजधानी दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम में अभिभाषण प्रस्तुति के लिए तैयारियों में लग गई है.