बाहर से आने वाले के लिए नीतीश का आदेश- बिहार के हरेक प्रखंडों में फिर खोलें क्वारेंटाइन सेंटर

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Patna: बिहार में 156 दिन बाद मिले 1000 से अिधक नए केस, पटना में 486 : बिहार में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार को 81314 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 1080 नए संक्रमित मिले। इससे पहले 31 अक्टूबर 2020 को एक हजार से अधिक संक्रमित मिले थे। यानी 156 दिन बाद प्रदेश में 1000 से अधिक केस सामने अाए हैं। वहीं पटना में सबसे ज्यादा 486 पाॅजिटिव मिले। दूसरी अाेर, करीब साल भर बाद एक बार फिर बिहारी श्रमिकाें का पलायन शुरू हाे गया है। महाराष्ट्र में संक्रमण के बेकाबू हाेने से वहां लाॅकडाउन की अाशंका बढ़ने लगी है। इस डर में लोग अपने घराें को लौटने लगे हैं।

रेल मंत्रालय ने मजदूरों सहित आम लोगों को बिहार पहुंचाने के लिए मुंबई और पुणे से सात स्पेशल ट्रेन के परिचालन की अनुमति दी है। 10 अप्रैल से स्पेशन ट्रेन पटना जंक्शन और दानापुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचनी शुरू होगी। इसकाे लेकर मंगलवार को डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने दानापुर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने के साथ रेलवे व आरपीएफ के अफसराें के साथ बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि स्पेशल ट्रेन से आने वाले सभी यात्रियों की एंटिजन जांच करायी जाएगी। डीएम ने कहा कि स्पेशल ट्रेन में 24 काेच हैं। प्रत्येक बोगी के यात्रियों के लिए अलग-अलग टीम गठित की जाएगी। यानी 24 मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम की प्रतिनियुक्ति होगी। ताकि, सभी का जांच सुनिश्चित की जा सके।

डीएम ने कहा कि स्पेशन ट्रेन से आने वाले यात्रियों के नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखा जाएगा। इसकी जानकारी संबंधित जिले के अफसरों को दी जाएगी। ताकि, मॉनिटरिंग की जा सके। स्पेशल ट्रेन से आने वालाें में जाे निगेटिव हाेंगे उन्हें घर जाने की अनुमति मिलेगी। पॉजिटिव आने वालाें को आइसोलेशन सेंटर भेजा जाएगा। इनके लिए दानापुर में 50 बेड, पाटलिपुत्र अशोक होटल में 162 बेड, पालीगंज में 100 बेड, मनेर में 100 बेड, मसौढ़ी में 100 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है।

पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश संजय करोल भी काेराेना संक्रमित हाे गए हैं। उन्हें पटना एम्स में भर्ती कराया गया। बिहार में 38 में से 21 जिलों में मंगलवार को दहाई अंक में मरीज मिले है। बांकी जिलों में 10 से कम। राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या भी बढ़कर 4954 हो गई है। लेकिन बिहार में संक्रमण की दर अब भी 1.33 फीसदी और रिकवरी दर 97.58 फीसदी है। उधर, देश में मंगलवार को 1.15 लाख नए मरीज मिले। यह 14 महीने के कोरोनाकाल का सबसे बड़ा आंकड़ा है।

फ्रंटलाइन व हेल्थ केयर वर्कर और उनके परिजनों की जांच कराएं : नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सभी फ्रंटलाइन वर्कर और हेल्थ केयर वर्कर जो काम में लगे हैं, उनकी तथा उनके संपर्क में आने वाले परिजनों की कोरोना जांच कराई जाए। जितनी अधिक जांच होगी, कोरोना संक्रमण के मामलों का पता चलेगा। यही रोकथाम का कारगर उपाय है। अन्य राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से फैल रहे हैं। उन राज्यों से बिहार के लोगों के वापस आने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रखंड स्तर पर क्वारेंटाइन सेंटर की व्यवस्था तैयार रखी जाए। जिन क्षेत्रों में कोरोना के मामले हैं, वहां कंटेंमेंट जोन बनाकर काम हो। मुख्यमंत्री, मंगलवार को कोरोना के हालात को ले उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस बात का आकलन हो कि कोरोना के मामले क्यों बढ़ रहे हैं? नये केस किन क्षेत्रों में हैं, वहां कौन लोग बाहर से आए हैं, इन सब बातों की पूरी जानकारी रखी जाए। लोग भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करे। अधिक से अधिक टेस्टिंग हो; वैक्सीनेशन पर जोर रहे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कोरोना के मौजूदा हालात बताए।

Source: Daily Bihar

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