पटना: आज लोकसंवाद के बाद संवाददाता सम्मलेन में गंगा की अविरल धारा के लिए सरकार के प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में सरकार की नीति कारगर नहीं हो सकता. जब तक गंगा के प्रवाह को बढ़ाया नहीं जाएगा, तब तक यह नीति का सफलता मुश्किल है. नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए राज्य सरकार ज्यादा हस्तक्षेप नहीं कर सकती, उसके अपने दायरे हैं. मेरे हिसाब से इसे बदलने की जरूरत है और केंद्र सरकार को इस विषय में राज्य सरकार की क्षमता निर्धारित करना चाहिए.
गंगा में गंदा पानी को ट्रीट कर भी नहीं गिराया जाएगा. उन्होंने सोन नदी के विरलता पर भी सवाल उठाया है. प्रधानमंत्री से अनुरोध के बावजूद उनकी बात नहीं मानने के सवाल पर कहा कि मीडिया हर एक चीज का विश्लेषण करने के लिए स्वतंत्र है. राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के प्रश्न पर सीएम ने कहा कि वहां तो सब कुछ तय होता है. अभी जब वे अध्यक्ष नहीं है तो भी सर्वे सर्वा तो वही है. शिक्षकों के बहाली के प्रश्न पर सीएम ने कहा कि लोगों में शिक्षक बनने के प्रति उत्साह घटता जा रहा है, लोगों को शिक्षक बनने के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता बताया है.