बिहार में साइबर क्राइम रोकने का राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान खोलने की केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर घोषणा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शहर आपका है, जगह आप चुनिए और राज्य को नवरात्रा का उपहार दीजिए।
आप बिहार के हैं और देश में 90 मोबाइल बनाने वाली कंपनी खुलवाएं हैं, तो राज्य में कम से कम 8-10 कंपनी लगवाइए। मुख्यमंत्री बिहार आईटी एंड आईटीईएस कॉनक्लेव में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की आईटी सेक्टर के विकास में काफी दिलचस्पी है।
इस क्षेत्र के विकास के लिए हमने अपनी तरफ से कई कदम उठाए हैं। राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैम्पस के बगल में 100 एकड़ भूमि आईटी सिटी के लिए उपलब्ध कराया गया है, जो पटना के आसपास काम करना चाहते हैं, उनके लिए बिहटा में आईटी पार्क के लिए 25 एकड़ जमीन और पटना शहर में आईटी टावर के लिए भूमि उपलब्ध कराया है।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के विकास लिए बुनियादी आवश्कताओं को उपलब्ध कराने के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं। बिहार में हार्डवेयर हो या साफ्टवेयर सबके लिये बड़ी गुंजाइश है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) क्षेत्र के उद्यमियों से कहा कि आप दूसरी जगहों पर अरबों लगाए हुए हैं, बिहार में करोड़ों लगा कर देखिए।
यहां काफी संभावना है। सरकार ने आइटी सेक्टर को शीर्ष प्राथमिकता वाले क्षेत्र में रखा है। कानून का राज भी है। हम हर तरह की सुविधा और संरक्षण भी देंगे। आइटी एंड आइटीज इन्वेस्टर कॉन्क्लेव में निवेश की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने उद्यमियों को सरकार की ओर कई रियायतें दिए जाने का भी एलान किया।
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी कार्यक्रम में उपस्थिति थे। मुख्यमंत्री ने रविशंकर प्रसाद से यह अनुरोध किया कि दशहरे में ही बिहार में सेंटर फॉर एडवांस कंप्यूटिंग आरंभ करा दें। इस मौके पर राज्य सरकार की ओर से आइटी एंड आइटीज इन्वेस्टमेंट प्रमोशन विजन 2017 भी जारी किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आइटी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता सूची में है। सरकार चाहती है कि बिहार में इस क्षेत्र का विकास हो। सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों क्षेत्र में यहां बड़ी संभावनाएं हैं। राजगीर में आइटी सिटी स्थापित किए जाने को ले सौ एकड़ जमीन की भी व्यवस्था की गयी है।
पटना में आइटी पार्क के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने आइटी कंपनियों को कहा कि बिहार के प्रति प्रतिबद्धता मत भूलिए। बिहार के लोग विश्वसनीय हैं और मेहनती भी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज अब धीरे-धीरे आइटी पर निर्भर होता जा रहा है। सबसे बड़ी चुनौती भ्रष्टाचार है। नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से इसे रोकेंगे। कुछ ऐसा उपाय भी होना चाहिए कि कोई गड़बड़ न कर सके।