वहीं, अब इस बयान को लेकर सुशील कुमार मोदी ने जदयू पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद का बयान लालू के प्रवक्ताओं से तीखा वार है. ये आरोप सोनिया गांधी के सबसे विश्वस्त सिपाही की तरफ से है. अब आपको तय करना कि क्या करना है.
मोदी ने कहा कि ये घमासान रुकने वाला नहीं है. ये तीर निशाने पर जाएगा. उन्हें ही तय करना है कैसी सरकार चलाएंगे. राजनैतिक अनुभव भले ही न हो लेकिन हमला करने और बेनामी संपत्ति इकट्ठा करने का अनुभव तो है. लालू यादव से यही संस्कार तो लिया.
वहीं जेडीयू के साथ वाकयुद्ध के बीच राजद ने अपने एक प्रवक्ता को हटा दिया और अपने एक बड़बोले विधायक भाई बीरेंद्र को चेतावनी दी जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते रहते थे.