पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ करते नहीं थक रहे हैं. आज रविवार को भी एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम की तारीफ़ के पुल बांधे. उन्होंने कहा कि जो फ्रंट से लीड करता है, वही सफल होता है. मोदी जी फ्रंट से लीड करते हैं. सरकार चलाने के लिए हिम्मत चाहिए, जो पीएम मोदी में है.
राजधानी पटना में पत्रकार उदय माहुरकर की लिखी किताब ‘सवा अरब भारतीयो का सपना – मोदी सरकार के बढ़ते कदम’ के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री ने ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि नेताओं को टाइम पास करने और नौकरी के लिए जनता नही चुनती है. जनता उन्हें सरकार चलाने के लिए चुनती है. इसके लिए हिम्मत और साहस चाहिए, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में है.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां तक बिहार के विकास की बात है, तो हम छोड़ेंगे नहीं. हम हर मौके पर बोलेंगे. जब बोलेंगे नहीं, तो मिलेगा कहां से. ये तो मेरा फर्ज है. हम तो मांगते रहेंगे. मुख्यमंत्री का इशारा स्पष्ट तौर पर शनिवार को पटना यूनिवर्सिटी में इसे सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिए जाने की उनकी मांग और उसे पीएम द्वारा चतुराई से नकारे जाने के बाद उपजे विवाद से था.
नीतीश कुमार ने इस दौरान कहा कि मैंने जो भी निर्णय लिया, बिहार के हित में लिया है. बिहार के विकास से हम कोई समझौता नहीं कर सकते. अब हमलोग फिर साथ आ गए हैं…ऐसे ही लगे रहेंगे. उन्होंने फिर से कहा कि हमने अलग रहते हुए भी नोटबंदी का समर्थन किया था. हमने तब भी कहा था कि ये साहसिक कदम है. साथ ही हमने मांग की थी कि अब बेनामी संपति पर हमला करना चाहिए.
इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के साथ बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय समेत कई भाजपा नेता शामिल हुए. सुशील मोदी ने भी इस दौरान नीतीश की खुल कर तारीफ़ की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के काम करने में कोई अंतर नहीं है.