जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कर्नाटक के चिन्नागिरी में चुनावी सभा में एक बार फिर अपनी पार्टी की स्वतंत्र राय की चर्चा करते हुए कहा कि समान आचार संहिता और अनुच्छेद 370 पर जदयू के स्टैंड में कोई बदलाव नहीं है। इन मामलों में जदयू का जो रुख पहले था, वह अब भी है। इस संबंध में पार्टी की ओर से केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा जा चुका है।
उन्होंने कहा कि तीन तलाक जैसे मुद्दे पर भी जदयू ने अपने रुख से 2016 में विधि आयोग को स्पष्ट रूप से अवगत कराया था। जदयू के स्टैंड में कोई बदलाव नहीं है। 1टकराव की राजनीति से हम सहमत नहीं हैं: रविवार को मुख्यमंत्री ने पार्टी प्रत्याशी के लिए वोट मांगे।
उन्होंने कहा कि मैं या मेरा दल टकराव की राजनीति से सहमत नहीं हैं। इससे समाज में अनावश्यक तनाव पैदा होता है। राजनीतिक दलों में मत भिन्नता होती है, लेकिन तार्किक बहस होनी चाहिए।
बहुत लोग टकराव की राजनीति करते हैं, अनाप-शनाप भाषण देते रहते हैं। यह उचित नहीं है। नीतीश कुमार ने कांग्रेस पर करारा हमला किया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक विकसित राज्य है, लेकिन यहां भ्रष्टाचार की समस्या है। भ्रष्टाचार से हर व्यक्ति परेशान है। अगर यहां से भ्रष्टाचार समाप्त हो जाए तो कर्नाटक बहुत आगे निकल जाएगा। देश के विकास में यह बड़ी भूमिका निभाने लगेगा।
कम्युनलिज्म, करप्शन और क्राइम बड़ी समस्या : नीतीश कुमार ने कहा कि वह ‘थ्री सी’ से कभी भी समझौता नहीं कर सकते। उनके मुताबिक यह तीन ‘सी’ कम्युनलिज्म, करप्शन और क्राइम हैं। यह तीनों बुराइयां समाज की जड़ों को खोखला करती हैं। जदयू समाजवादी विचारधारा की पार्टी है। हम सामाजिक सद्भाव में विश्वास करते हैं।
उन्होंने चिन्नागिरी से पार्टी के प्रत्याशी महिमा एच. पटेल को वोट देने की सभी से अपील की। उन्होंने कहा कि जदयू कर्नाटक को और खूबसूरत बनाएगा। विदित हो कि जदयू ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 28 उम्मीदवार उतारे हैं। महिमा एच. पटेल कर्नाटक जदयू के अध्यक्ष भी हैं।