अभी-अभी राजनितिक गलियारों में एक बड़ी खबर आ रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि विपक्ष ने जीत की बजाए हार की रणनीति बना ली है। शुरुआत ही हार की रणनीति से हो गई। पूछा कि क्या बिहार की बेटी को हारने के लिए राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया गया है।
उन्होंने कहा जदयू ने जो भी फैसला लिया है, बहुत सोच समझकर लिया है और उसकी जानकारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद को दे दी गई थी।
राजद प्रमुख के अवास पर आयोजित इफ्तार में शामिल होने के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी एकता की पहल करने की हैसियत हमारे जैसे छोटे दल के नेता की नहीं है। इसकी पहल बड़े दल के नेताओं को करनी चाहिए। हमने एक पहल 2014 में की थी, उसमें कामयाब नहीं हुए।
मीरा कुमार ने मंत्री और स्पीकर के रूप में अच्छा काम किया है। उनके लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है। विपक्ष को पहले 2019 में जीत की रणनीति बनानी चाहिए थी। उसके बाद 2022 में बिहार की बेटी को राष्ट्रपति बनाया जाता।