पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री से राज्य के लिए 1.25 लाख करोड़ के लिए स्पेशल पैकेज के लिए बात की है, जिसका वादा प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 बिहार विधानसभा के चुनावों में किया था।
2015 के बिहार विधानसभा के चुनाव में बीजेपी की हार के बाद ये स्पेशल पैकेज की हवा ठंडी पड़ गई थी। लेकिन नितीश कुमार के महागठबंधन से अलग होने और बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के बाद इसकी संभावनाएं बहुत बढ़ गई थी। नितीश कुमार के महागठबंधन छोड़ने के बाद इस शुक्रवार को प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक में केंद्र सरकार की तरफ से इस स्पेशल पैकेज को देने की बात की है। इसके बाद नितीश कुमार ने कहा कि लोक सभा के चुनाव और विधानसभा के चुनावों में प्रधानमंत्री ने कुछ घोषणाएं की थी। जिनको पूरा करने के लिए केंद्र सरकार की मदद की आवश्यकता है।
उस समय प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद नितीश कुमार और आरजेडी के मुखिया लालू प्रसाद ने इसे अपना चुनावी मुद्दा बना लिया था। उनका कहना ये है कि अभी बिहार में बाढ़ का कहर जारी है जिसके कारण लोग पलायन करने को मजबूर हैं और फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है।
इसलिए ये पैकेज बिहार की थोड़ी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है। जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने प्रधानमंत्री का अभिनंदन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने यूपीए सरकार से स्पेशल पैकेज की मांग की थी। त्यागी ने कांग्रेस की ओर निशाना साधते हुए ये भी कहा कि जो नितीश और प्रधानमंत्री मोदी ने वादे किए थे अब वो पूरे होने जा रहे हैं।