नीतीश एक अफसर को देख बोले- क्‍या आपको मेरी बात अच्‍छी नहीं लग रही! CM के कार्यक्रम में अधिकारी रहते हैं अलर्ट

कही-सुनी राजनीति

 बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ साल पहले तक अधिकारियों की उबासी पर नजर रखते थे, लेकिन इन दिनों में वे मोबाइल पर निरंतर सक्रिय रहने वाले अफसरों पर न सिर्फ नजर बनाए हुए हैं, बल्कि उनको सलाह भी दे रहे हैं। नीतीश कुमार अपने हर कार्यक्रम में इस बात पर ध्यान जरूर देते हैं कि आयोजन में कौन-कौन लोग मोबाइल पर मगन हैं।

दरअसल, पहले यह होता था कि जब वे किसी कार्यक्रम में अपनी बात रख रहे होते थे तो उनकी निगाह विशेष तौर पर सामने बैठे अधिकारियों पर रहा करती थी। नीतीश कुमार इस बात का ख्याल रखते थे कि कहीं संवाद एकतरफा तो नहीं हो रहा। इस दौरान, उनके कार्यक्रम में बैठे किसी भी अधिकारी ने उबासी ली कि मुख्यमंत्री के संबोधन का ट्रैक तुरंत बदल जाता था। वे पूछते कि जब योजना से जुड़ी बात सुनकर जम्हाई ले रहे तो क्या आपको मेरी बात अच्छी नहीं लग रही क्या!

इससे अधिकारी अलर्ट रहने लगे।  इसके बाद यह देखा गया कि सरकारी आयोजनों में अधिकारी सीधे-सीधे संबोधन पर केंद्रित नजर आए। मुख्यमंत्री की तरफ से उबासी लेने वाले अफसरों पर टिप्पणी नहीं आई। इन दिनों सीएम नीतीश देख रहे है कि आयोजन में कौन-कौन लोग मोबाइल पर मगन हैं।

बीते सोमवार को मुख्यमंत्री अपने कार्यक्रम जनता दरबार में लोगों की परेशानियां सुन रहे थे, इसी दौरान उन्होंने अफसरों की बैठने वाली जगह को देखा। वहां उनकी नजर मोबाइल पर सक्रिय एक अधिकारी पर पड़ गई। फिर क्या था, मुख्यमंत्री ने तुरंत उस अधिकारी को टोक दिया। कहा कि अरे भाई, जब यहां बैठे ही हैं तो मोबाइल पर क्या देखते रहते हैं। मोबाइल पर इस तरह से सक्रिय मत रहिए। यह अच्छा नहीं है।

यह नहीं कहते मोबाइल मत देखिए

इसी तरह एक दिन एक कार्यक्रम में उनकी नजर एक सीनियर इंजीनियर पर टिक गई। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में ही सीनियर इंजीनियर अपने मोबाइल में घुसे थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें तुरंत टोका। साथ ही कार्यक्रमों में मोबाइल पर कम और कार्यक्रम पर ज्‍यादा ध्‍यान देने की नसीहत भी दी। इसी तरह शनिवार को मुख्यमंत्री डॉक्टरों के एक कार्यक्रम मे थे। वहां भी उन्हें यह नजर आया कि कार्यक्रम के दौरान कुछ डॉक्टर मोबाइल पर सक्रिय हैं। मुख्यमंत्री ने तुरंत टोका और कहा कि हम यह नहीं कहते कि मोबाइल नहीं देखिए, लेकिन इसे थोड़ा कम देखिए।

अधिक देर तक मोबाइल पर सक्रिय रहने का असर

हाल के शोध में यह बात सामने आई है कि जो लोग एक दिन भी अपने मोबाइल के बिना नहीं रह सकते, वे अपने काम पर सही तरीके से केंद्रित नहीं रह सकते। इससे एकाग्रता में भी कमी आती है।

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