मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि बापू की तरह ही वे स्कूली बच्चों को यह बताएंगे कि महाराणा प्रताप ने कितना काम किया। राजधानी स्थित मिलर स्कूल मैदान मे आयोजित राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। मुख्यमंत्री ने आयोजकों को यह टास्क दिया कि घर-घर तक लोगों को यह जानकारी उपलब्ध करा दीजिए कि महाराणा ने सभी के लिए क्या काम किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप ने अपनी वीरता की स्पष्ट छाप छोड़ी। वह जो काम कर रहे थे, उससे समाज के सभी तबके उनके साथ थे। पिछड़े वर्ग के लोग ताे साथ थे ही मुस्लिम समाज के लोग भी उनके संग थे। हमलोग भी सभी समुदायों के लिए काम करते हैं। महाराणा प्रताप ने यह सिखाया कि समाज के सभी लोगों को साथ में रखना चाहिए। भ्रम नहीं पैदा करना चाहिए कि केवल जाति से उनका संबंध था। यहां भी सभी की इज्जत है। आपको यह आजादी है, जिसका मन करे उसका समर्थन कीजिए पर आपस में प्रेम का भाव रखिए।
कुछ लोग आपस में लड़ाना चाहते हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग यह चक्कर में रहते हैं कि आपस में झगड़ा करा दें। यह बुरी चीज है, इसे मत होने दीजिए। बिहार में हिंदू-मुस्लिम के झगड़े घटे हैं। हमारी सरकार सभी के उत्थान के लिए काम कर रही है। हमलोग वोट के लिए काम नहीं करते। सभी वर्गों के लिए काम करते हैं। महाराणा प्रताप को भामा शाह ने काफी मदद की थी। वह जैन धर्म को मानने वाले थे। हमलोग भी यहां जैन धर्म के लोगों को इज्जत देते हैं।
जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाना बुरी चीज
मुख्यमंत्री ने जनसंख्या पर चर्चा के क्रम में कहा कि कुछ लोग यह कह रहे हैं कि ये कानून बना दिया जाए कि दो से अधिक बच्चे नहीं हो, लेकिन जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाना बहुत गलत बात है। लड़िकयों के इंटर पास होने की स्थिति में प्रजनन दर में कमी आती है। बिहार प्रजनन दर 2.9 पर आ गई है। कोशिश हो रही है कि यह दो पर आ जाए। सभी लोगों को लड़कियों को पढ़ाने को लेकर प्रेरित करना चाहिए।