बीजेपी के समर्थन से नीतीश कुमार ने एक बार फिर बिहार में सरकार बनाई है. आज उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करना था, जो आज सफल भी रहा. वोटिंग से पहले तेजस्वी के भाषण के जवाब में नीतीश कुमार ने विपक्ष द्वारा उठाये गये सभी सवालों का जवाब दिया. उन्होंने तेजस्वी यादव के “जय श्रीराम” वाले बयान पर बोलते हुए कहा कि कोई उन्हें धर्मनिरपेक्षता सिखाने की कोशिश ना करे.
नीतीश कुमार ने कहा, “राजद ने हमारी पार्टी की अनदेखी की. बहुमत पारदर्शी और भ्रष्टाचार-मुक्त सरकार के लिए मिला था. कोई भी मुझे धर्मनिरपेक्षता सिखाने की कोशिश ना करे. मुझे पता है मैं क्या कर रहा हूं. मैं ऐसे किसी भी व्यक्ति का समर्थन नहीं करुंगा जो राजनीतिक पावर के जरिए निजी संपत्ति जोड़ने में लगा हो. मेरे लिए वो सरकार चलाना मुश्किल हो रहा था. यह बहुमत जनता की सेवा के लिए है.”
विश्वासमत से पहले भाषण में तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश अब हे राम से जय श्रीराम हो गए हैं. कहा कि बिहार में पिछले चार साल में चार सरकार बन चुकी है. इसके लिए कौन जिम्मेदार है. लोग जवाब चाहते हैं. तेजस्वी ने कहा, “आप (नीतीश) भाजपा के साथ मिलने के लिए मुझे एक प्यादे के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे. आप पहले हे राम कहते थे और भाजपा को देखा तो “जय श्री राम” बोलने लगे.