राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने नए संसद भवन सेंट्रल बिस्टा के उद्घाटन समारोह के कुछ राजनीतिक दलों के बहिष्कार के फैसले पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इस तरह का फैसला मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है।
उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को शेखपुरा में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दैनिक जागरण के प्रश्न के उत्तर में यह बात कही। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा जिन पार्टियों और नेताओं ने बहिष्कार का फैसला लिया है, उनमें राजनीतिक परिपक्वता का अभाव है। ये लोग लोकतांत्रिक मर्यादा से ऊपर अपने विरोध की राजनीति और अपने स्वार्थ को प्राथमिकता दे रहे हैं।

संसद भवन का प्रधानमंत्री से उद्घाटन करवाने पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा यह सरकार का अधिकार है कि किससे उद्घाटन कराया जाए। इसमें महामहिम राष्ट्रपति जी के अपमान की कोई बात ही नहीं है।
कुशवाहा बोले-ये राजनीतिक नौटंकी
उन्होंने कहा कि राज्यों में भी कई ऐसे अवसर देखे गए हैं, जब राज्यपाल के बजाय मुख्यमंत्री उद्घाटन करते हैं। संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्कार को पूर्व केंद्रीय मंत्री ने राजनीतिक नौटंकी बताया है।
बता दें कि 8 मई को दोपहर 12 बजे पीएम मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। नई संसद के उद्घाटन को लेकर विपक्ष ने पीएम मोदी पर जुबानी हमला बोला है।
विपक्षी नेताओं का तर्क है कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री को नहीं करना चाहिए बल्कि राष्ट्रपति से करवाना चाहिए।
इस विरोध में कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, आप, जेडीयू, आरजेडी, सीपीआई समेत कई विपक्षी पार्टियां शामिल हैं। इसको लेकर विपक्षी नेताओं ने संसद के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की बात कही है।