गया और औरंगाबाद के नक्सल प्रभावित इलाकों में चोरी-छिपे अफीम की खेती की जा रही है। बिहार पुलिस और केंद्रीय बलों के द्वारा गया और औरंगाबाद के जंगली, पहाड़ी व दुर्गम इलाकों में जारी विशेष अभियान में करीब 46 एकड़ में अफीम की फसल को नष्ट किया गया है। इसमें शामिल राजेंद्र भोक्ता की गिरफ्तारी भी हुई है। संयुक्त ऑपरेशन में बड़ी संख्या में नक्सलियों के द्वारा छिपाए गए डंप हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए गए हैं।
3000 चक्र से अधिक गोलियां बरामद
पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, छह और सात फरवरी को गया और औरंगाबाद में चलाए गए संयुक्त अभियान में नक्सलियों के द्वारा तीन हजार चक्र गोलियों समेत बड़ी संख्या में छिपाए गए डंप हथियार बरामद किए गए हैं। गया के बांके बाजार थाना क्षेत्र के डुमरी और सिमरी में चलाए गए संयुक्त अभियान में तीन राइफल व मैगजीन और करीब एक हजार आठ चक्र गोलियां बरामद की गई हैं।
इनमें 7.62 एसएलआर की 442 चक्र, 5.66 इंसास की 40 चक्र, .315 की 316 चक्र और .303 की 210 चक्र गोलियां शामिल हैं। इसके अलावा औरंगाबाद के मदनपुर थाना क्षेत्र के पचरुखिया, लड़ुइया पहाड़ शिकारी कुआं एवं इसके आस-पास के क्षेत्रों में औरंगाबाद पुलिस, एसटीएफ एवं अन्य केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के संयुक्त सर्च अभियान में 7.62 एसएलआर की 1011 चक्र, 5.56 इंसास की 1168 चक्र गोलियां बरामद की गई हैं। इसके अलावा 12 किलोग्राम का एक आइईडी भी जब्त किया गया है।
हर साल बढ़ रहा विनिष्टीकरण
- साल – अफीम की खेती
- 2018-19 – 252.11 एकड़
- 2019-20 – 470.62 एकड़
- 2020-21 – 584.30 एकड़
- 2021-22 – 620.59 एकड़
गया-औरंगाबाद में बिहार पुलिस और केंद्रीय बलों के संयुक्त अभियान में कई एकड़ में अफीम की फसल को नष्ट किया गया है। अभी का मौसम अफीम के सीजन की शुरुआत है। मादक पदार्थों के विरुद्ध विशेष अभियान लगातार जारी रहेगा। – जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय