मुजफ्फरपुर में है हैंडमेड राखियों का क्रेज, ऑनलाइन-ऑफलाइन बिक्री जोरों पर

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भाई-बहन के अटूट रिश्ते के त्योहार राखी में अब कुछ ही दिन शेष रह गए है. राखी के त्योहार को लेकर मुजफ्फरपुर का बाजार पूरी तरह सज चुका है. इस बार बाजार में हैंडमेड राखी की बड़ी धूम है. ऑनलाइन से लेकर ऑफलाइन मार्केट में हैंडमेड राखी अपनी धाक जमा रखी है. इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर के नया बाजार की रहनेवाली इप्शा पाठक भी राखी के त्योहार को खास बनाने के लिए हैंडमेड राखी कारोबार से जुड़ी हैं. ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से इनकी राखी बिक रही है.

इप्शा ने बताया कि इस हैंडमेड राखी के काम के लिए वर्क फ्रॉम होम पर तकरीबन 25 महिलाओं को जोड़ कर रखा है. रोजाना तकरीबन 50 राखी बनकर तैयार हो रही हैं जो ज्यादातर उनके इंस्टाग्राम हैंडल आवरण स्वैग से से ही बिक जाती हैं. आपको बता दें कि इप्सा अपने सोशल मीडिया हैंडल इंस्टाग्राम और फेसबुक पर आवरण स्वैग नाम से पेज पर आर्ट और कल्चर से जुड़ी कई सामग्री बेचती हैं. ऐसे में इस रक्षाबंधन पर उन्होंने अपने पेज पर हैंडमेड राखी लॉन्च की है. इप्सा बताती हैं कि हैंडमेड राखी लोग खूब पसंद कर रहे हैं और बड़े पैमाने पर इसकी डिमांड आ रही है. भारत के हर कोने से लोग मुजफ्फरपुर में बनी हैंडमेड राखी मंगा रहे हैं.

35 रुपए से शुरू है कीमत

इप्शा ने बताया कि यहां मौजूद हैंडमैड राखी की कीमत 35 रुपए प्रति राखी से शुरू है. यहां बनी राखी में किसी भी प्रकार की ऐसी चीज का इस्तेमाल नहीं होता जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए. राखी का बेस बनाने के लिए वो प्लास्टर ऑफ पेरिस और एमसिल का इस्तमाल करती हैं. इप्सा ने बताया कि हैंडमेड राखी लोगों को ज्यादा कनेक्ट करता है. यह देखने में बिल्कुल नैचुरल लगता है. इसलिए हैंडमेड राखी का अपना क्रेज है. पिछले साल भी हैंडमेड राखियां बनाई थीं, लेकिन इस साल हैंडमेड राखी को लेकर लोगों की पसंद और डिमांड बढ़ी है.

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