धर्म को लेकर आजकल हम सब इतने कट्टर हो गए हैं कि समाज में सांप्रदायिकता का जहर घुल गया है। ऐसे ही सांप्रदायिकता के माहौल में प्राचीन उडुपी श्री कृष्णा से एक अच्छा काम कर रहा है।
जहां पहली बार मुसलमानों ने अपना रोजा खोला। मंदिर के प्रमुखों द्वारा ‘सौहार्द उपहार कूटा’ नाम से मंदिर में एक समारोह का आयोजन किया गया था, जिसका उद्देशय समाज में एकता का संदेश देना था।
मंदिर के स्वामी जी का कहना है कि सभी रोजेदारों ने नमाज के बाद मंदिर परिसर में ही रोजा खोला। इस समारोह का आयोजन विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े स्वामी जी ने कराया था।