मुंबई के कुर्ला में बदहाल चार मंजिली इमारत के ढहने के बाद एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इनमें मरने वाले 7 मजदूर बिहार के सारण जिले के रहने वाले थे। वहीं इनके साथ का एक मजदूर अभी लापता बताया जा रहा है। इस हादसे में जिन मजदूरों की जान गई उसमें तीन सगे भाई भी शामिल हैं। वहीं कहा जा रहा है कि जो मजदूर लापता है, उसकी मौत हो चुकी है और शव मलबे में दबा है। दूसरी ओर, सोमवार की देर रात हुई इस घटना की सूचना सारण जिले के तरैया प्रखंड के चैनपुर खरांटी में जैसे ही मिली कोहराम मच गया। गांव में अफरातफरी की स्थिति मची हुई है। परिजनों की चीख पुकार से माहौल मातमी है। सारण के तरैया से एक साल के अंदर अलग-अलग अंतराल पर दस युवक मजदूरी करने मुंबई गए थे।
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक मजदूरों में अजय बांसफोर, बिनोद मांझी, महेश राम और तीन भाई राहुल पासवान, बिरजू पासवान व पप्पू पासवान शामिल हैं। वहीं गुड्डू बासफोर नामक एक मजदूर लापता हैं। वहीं इस हादसे में गंभीर रूप से घायल सजंय मांझी और अखिलेश मांझी का उपचार चल रहा है जिनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
सुबह ही मिली ऐसी मनहूस खबर
मंगलवार की सुबह में ही इस मनहूस खबर की सूचना मुंबई में रहने वाले एक ग्रामीण ने दी। उसके बाद से सभी अपने परिजनों को फोन लगाने लगे पर जब कोई जवाब नहीं मिला तो चिंता सताने लगी। अनहोनी की आशंका से सभी सहम उठे। तब तक मौत की सूचना आने लगी। सभी घरों में रोना- बिलखना शुरू हो गया। आसपास के ग्रामीण व अन्य लोग दरवाजे पर जुटना शुरू हो गए। सबने घटना की जानकारी ली व परिजनों को ढांढस बंधाना शुरू कर दिया।
मुंबई में भवन निर्माण के लिए कर रहे थे मजदूरी
तरैया के दस मजूदर मुंबई में ठेकेदार के अंडर कंस्ट्रक्शन साइट में मजदूरी करते थे। जिस घर में ये सभी मजदूर रहते थे, उसे ठेकेदार ने ही दिया था। तीसरी मंजिल पर रहने वाले छह मजदूरों में सभी काल के गाल में समा गए। वहीं दो की हालत गंभीर है, जबकि एक की तलाश की जा रही है, जिसके मलबे में दबे होने की आशंका है।