समाज के विकास में एक नेता की भूमिका अति महत्वपूर्ण हो जाती है। सीतामढ़ी की मुखिया ऋतू जायसवाल ने एक बार फिर साबित किया कर दिया की सबको साथ लेकर संपूर्ण विकास की राह पे चलने से ही समाज का विकास संभव होता है।
कुछ समय पहले ही ऋतू जी की पहल से सिंहवाहिनी पंचायत के मुसहर समाज से आने वाले बच्चों के बीच एक दक्षता परीक्षा ले कर 3 अति गरीब परिवार के बच्चों को एक उज्जवल भविष्य के लिए पटना के “शोषित समाधान केंद्र” भेज गया।
“शोषित सेवा संघ” के निदेशक श्री जे. के. सिन्हा जी जो सेवानिवृत आई.पी. एस हैं, अपनी टीम के साथ समाज के अत्यंत पिछड़े वर्ग मुसहर समाज से आने वाले बच्चों के लिए पटना में “शोषित समाधान केंद्र” नाम से एक विद्यालय चलाते हैं जो उच्च स्तरीय शिक्षा के साथ अंतराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से सजा है।
अपने फेसबुक पेज के माध्यम से श्रीमती ऋतू ने बताया की श्री जे. के. सिन्हा ने उनसे संपर्क किया और कहा की उनकी पंचायत के मुशहर समाज 3 ऐसे बच्चों को जो बाकी बच्चों से थोड़ा हट कर हों और जिन्हें मौका मिले तो कुछ बड़ा कर सकें, उन्हें अपने केंद्र में पढ़ने का मौका देना चाहते हैं। फिर मुखिया जी की मदद से “शोषित समाधान केंद्र” के सदस्य ब्रजेश जी और अविनाश ने बच्चों के बीच परीक्षा ली और पंचायत के बड़ी सिंहवाहिनी गाँव से छोटे छोटे प्यारे से बच्चे गौरव कुमार, पिता अरुण मांझी, छोटी सिंहवाहिनी से सुधीर कुमार, पिता बीरेंद्र मांझी और राहुल कुमार, पिता मंजय मांझी को चुना।
“शोषित समाधान केंद्र” की व्यवस्था चकित कर देने वाली है। 3 एकड़ का कैंपस, बेहतरीन क्लासरूम, उच्च गुणवत्ता के शिक्षक, पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब, आर्ट-क्राफ्ट, खेल कूद की समस्त सुविधाएं, मार्शल आर्ट, मैथ्स लैब, अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त ऑडिटोरियम, खान पान रहन सहन की बेहतरीन सुविधाएं और पूर्णतः निशुल्क। यहाँ के बच्चों से मिलने मुख्यमंत्री, राज्यपाल, अमिताभ बच्चन और सचिन तेंदुलकर जैसे लोग भी आ चुके हैं। सिन्हा सर और उनके कई सहयोगियों की मेहनत का परिणाम है कि यहाँ के बच्चे आई.आई.टी. जैसे संस्थानों तक ही नहीं बल्कि कौन बनेगा करोड़पति तक भी पहुँच चुके हैं। वहां बच्चों के बनते भविष्य और उनमें अद्भुत सुधार को देख कर राष्ट्र निर्माण में श्री सिन्हा जी के इतने बड़े योगदान को देखकर आप भी नतमस्तक हो जायेंगे।