कुछ कर गुजरने के लिए उम्र मायने नहीं रखती। यह साबित किया है मुजफ्फरपुर की बेटी सीमा नैय्यर ने।
सीमा 43 वर्ष की उम्र में ‘मिसेज भारत आइकॉन प्लेटिनम 2017’ बनीं। पहली जुलाई को मुंबई में संपन्न ग्रांड फिनाले में उन्होंने देश-विदेश से चयनित 31 महिलाओं को मात देकर इस अवार्ड टाइटल को अपने नाम किया। इसके साथ-साथ ही उन्होंने ‘द मोस्ट पापुलर ऑन सोशल मीडिया’ अवार्ड भी जीता।
सीमा नैय्यर जवाहरलाल रोड अंडी गोला निवासी योगेंद्र कुमार जायसवाल एवं शैलबाला की बेटी हैं। जायसवाल परिवार बेटी को मिली इस उपलब्धि से गौरवान्वित है। पिता कहते हैं कि सीमा बचपन से ही कुछ ऐसा करना चाहती थी, जिससे वह लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बने। लेकिन उन्हें उम्मीद नहीं था कि शादी के डेढ़ दशक बाद परिवार, जिला एवं राज्य का नाम रोशन करेगी।
किचन से रैम्प पर पहुंची सीमा
सीमा ने मुजफ्फरपुर से स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद पटना विमेंस कॉलेज से स्नातक एवं भारतीय विद्यापीठ कोल्हापुर से एमबीए की डिग्री हासिल की। वर्ष 1999 में उनकी शादी मोहित नैय्यर से हुई थी। सीमा को एक बेटी है, जिसका नाम है अंचल। वह बेटी के साथ परिवार संभाल रही थी। इसी बीच उन्हें रॉयल हेरिटेज ग्रुप द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता की जानकारी मिली।