पिछले कुछ अरसे में ऐसी फिल्में भी आई हैं जिनमें दर्शकों को गांव नज़र आने लगे हैं। हीरो या हीरोइन गांव की है और कैमरे का फोकस भी खेत-खलिहानों से घूमता हुआ कलाकारों के घर तक पहुंच रहा है यानी दर्शक मिट्टी की सौंधी महक महसूस कर रहे हैं। यहां हम ऐसी ही एक फिल्म की बात कर रहे हैं जिसमें गांव ही फिल्म का केंद्र बिंदु है। कहने का मतलब यह है कि चकल्लसपुर नाम की यह फिल्म सौ प्रतिशत ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़ी है और फिल्म के सभी पात्र ग्रामीण हैं, जो अपने गांव के विकास के लिए सरकार पर आश्रित हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जी का देश पर और देशवासियों पर कितना प्रभाव पड़ा है, यह बात किसी से छिपी नहीं है। आज न केवल देश में, बल्कि पूरे विश्व मे मोदी जी की छाप पड़ी है। मोदी-मोदी के नारों और उनके कार्यों का असर आज देशवासियों पर कितना पड़ा है यह किसी से छुपा नहीं है। इसी बात से प्रभावित होकर लेखक निर्देश रजनिश जयसवल ने फिल्म चकल्लसपुर का निर्माण किया है।
एक ऐसा गांव जो दो राज्येां के बीच फंँस कर अपना अस्तित्व खो चुका है। जन सुविधाओं की आशा में निराशा ही हाथ लगती है.
भारत सरकार के सपनों का सच और किसानों की आत्महत्या और सरकारी बाबुओं की पोल है -चकल्लसपुर
यह एक बहुत ही बढ़िया फिल्म है जो 26 मई को रिलीज़ हो रही है आपलोग जरूर देखें