प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर हैं। पटना पहुंचने के बाद नीतीश कुमार ने एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्ानिवार को बिहार के अपने एक दिवसीय दौरे पर पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में शामिल हुए।
यहां एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक किताब देकर तो वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एयरपोर्ट पर गुलाब देकर उनका स्वागत किया। स्वागत के दौरान ही पीएम ने पटना में बने अंतराष्ट्रीय म्यूजियम का जिक्र किया।
पीएम मोदी ने नीतीश कुमार से पूछा कि पटना में जो नया म्यूजियम बना है उसे क्या मैं देख सकता हूं? नीतीश कुमार ने जवाब दिया, क्यों नहीं। पटना विश्वविद्यालय शताब्दी समारोह में शिरकत करने के बाद पीएम मोदी नवनिर्मित बिहार म्यूजियम देखने पहुंचे।
नीतीश कुमार ने साइंस कॉलेज में अपने संबोधन के दौरान कहा कि पीएम ने एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर के म्यूजियम का जिक्र कर उसे देखने की इच्छा जताई है। उसके बाद पीएम के कार्यक्रम में बदलाव हो गया। मोकामा जाने से पहले मोदी नीतीश के संग म्यूजियम देखने पहुंच गए।
नीतीश कुमार ने खुद गाइड बन पीएम मोदी को अंतराष्ट्रीय स्तर के म्यूजियम को घुमाया। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी मौजूद थे।
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह म्यूजियम के हर एक विरासत व कलाकृतियों के बारे में पीएम को ब्रीफ करते हुए नजर आए। इस म्यूजियम का उद्घाटन नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले ही किया था। इसे लेकर खूब राजनीति भी हुई थी। नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्टों में से यह एक है।
म्यूजियम में पीएम मोदी ने एक छत के नीचे उन्होंने बिहार की समृद्ध विरासत को निहारा। वहां रखे एक-एक चीजों की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने लिखा कि श्रद्धा दर्शन को प्रेरित करती है। जिज्ञासा प्रदर्शन को प्रेरित करती है. इतिहास, संस्कृति की महान विरासत को एक्सपीरियेंस करने का उत्तम स्थल है। अभिनंदन।
बिहार म्यूजियम कई मायनों में अनूठा और आकर्षक है। करीब पांच सौ करोड़ की लागत से बने इस म्यूजियम में एक छत के नीचे बिहार की समृद्ध विरासत की झलक देखने को मिलती है। यह म्यूजियम बिहार की पहचान है।
बता दें कि यह म्यूजियम सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट था और यह कई मायनों में खास है। इस म्यूजियम में 1764 ई तक का इतिहास है। यहां एक ओर बिहार में मिली हजारों साल पुराने कलाकृतियां देखने को मिलेंगी, तो दूसरी ओर भारतीय इतिहास से संबंधित कई ऐसी जानकारियां है, जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगी।
यहां राज्य के पारंपरिक विवाह का चित्रण से लेकर छठ पूजा का विवरण, गांधी से जुड़ी पेंटिंग व म्यूजियम का इतिहास देखने को मिलता है। म्यूजियम में रखा हुअए सम्राट चंद्रगुप्त का सिंहासन भी लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र है।