मोदी सरकार अपने कैबिनेट में फेरबदल करने वाली है। बिहार में जब से जदयू ने भाजपा के साथ हाथ मिलाया है तब से इसके केंद्र में जाने की संभावना बढ़ गई है। इसी बीच मोदी कैबिनेट में फेरबदल की खबर आ रही है। इस फेरबदल की संभावना और ज्यादा बल तब मिला जब मोदी और अमित शाह की जोड़ी ने तीन दिन पहले लंबी चर्चा की थी। इस फेरबदल में कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है।
कुछ नये चेहरे शामिल होंगे। इसमें जेडीयू के आर.पी. सिंह को कैबिनेट मंत्रालय दिया जा सकता है और संतोष कुमार को राज्यमंत्री का पद दिया जा सकता है। इतना ही नहीं 2019 के चुनाव के बाद नीतीश कुमार को डिप्टी पीएम भी बनाया जा सकता है। उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर यह पद दिलाया जायेगा। जहां चुनाव होने हैं जैसे कर्नाटक, गुजरात और हिमाचल राज्यों के और प्रतिनिधित्व केंद्रीय मंत्रीमंडल में जगह प्राप्त कर सकते हैं।
इस फेरबदल को अगले आम चुनाव की तैयारी के तौर पर देख सकते हैं। 2019 के चुनावों के ध्यान में रखते हुए ही कैबिनेट में फेरबदल के लिए मापदंड तैयार किए गए हैं। उन्होंने यह भी संभावना जताई है कि सात नए राज्यपाल नियुक्त किए जाएंगे, जिनमें कलराज मिश्रा, लालाजी टंडन, विजय कुमार मल्होत्रा आदि का नाम शामिल हो सकता हैं। जी मीडिया के रीजनल चैनलों के सीईओ जगदीश चंद्रा ने एक शो में यह भी बताया कि कई मंत्रालयों के विलय भी संभावना है।
एग्रीकल्चर और फर्टीलाइजर, रेलवे और सिविल एविएशन जैसे कुछ मंत्रालय शामिल हैं। कई ऐसे भी नाम हो सकते हैं जिन्हें आराम दिया जा सकता है। ऐसे नामों पर चर्चा करते हुए चंद्रा ने कहा कि राधा मोहन सिंह, उमा भारती और राजीव प्रताप रूडी को कैबिनेट से हटाया जा सकता है। अरुण जेटली रक्षा मंत्री के तौर पर अपना काम जारी रखेंगे, लेकिन वित्त मंत्री का चार्ज पीयूष गोयल को मिल सकता है।