आज शाम 6 बजे होने वाले मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार पर सबकी नज़रें तिकी हुई हैं. इस मंत्रिमंडल विस्तार की तस्वीर अब लगभग साफ हो गयी है. पीएम मोदी की नए मंत्रिमंडल में 17 से 22 मंत्री शपथ लेंगे. इस दौरान कई मंत्रियों से अतिरिक्त प्रभार भी लिए जा सकते हैं. वहीं कई मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है. जिसका सिलसिला शुरू भी हो चुका है. इस बीच प्रधानमंत्री निवास पर नेताओं का पहुंचना शुरू हो गया है. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपनी कैबिनेट में शामिल होने वाले चेहरों के साथ चर्चा करेंगे. इसके साथ ही कई मौजूदा मंत्री भी प्रधानमंत्री निवास पर पहुंचे हैं. कहा जा रहा है कि कुछ मौजूदा मंत्रियों को चुनावी समीकरण और उनकी परफॉर्मेंस के आधार पर प्रमोशन भी दिया जा सकता है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया और असम के पूर्व सीएम सर्वानंद सोनोवाल भी मंगलवार को राजधानी पहुंचे. मध्य प्रदेश से बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और जबलपुर के सांसद राकेश सिंह का नाम संभावित मंत्रियों की सूचि में है. वहीं मध्य प्रदेश से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया मंत्री बनने के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी से जो नेता मिलने पहुंचे हैं, जिनके आज शाम को शपथ लेने की संभावना है उसमें शोभा करंजले, , प्रीतम मुंडे, नारायण राने, सुनीता दुग्गल, ,भूपेंद्र यादव, मीनाक्षी लेखी,अजय भट्ट, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अनुप्रिया पटेल, अजय मिश्र टेनी, पशुपति पारस, सर्वानंद सोनोवाल, पुरुषोत्तम रुपाला, अजय मिश्रा, आरसीपी सिंह, बीएल वर्ना शामिल हैं.
इसके साथ ही अनुराग ठाकुर, पुरुषोत्तम रुपाला और जी किशन रेड्डी भी प्रधानमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे हैं. सूत्रों के मुताबिक इन सभी मंत्रियों का प्रमोशन हो सकता है. नए मंत्रिमंडल में दो मौजूदा बड़े केंद्रीय मंत्री की कुर्सी छिन सकती है.
माना जा रहा है कि नए मंत्रिमंडल में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जा सकता है. नए मंत्रिमंडल में बड़े राज्यों को ज्यादा हिस्सेदारी दी जाएगी. इस मंत्रिमंडल में बुंदेलखंड, पूर्वांचल, मराठवाड़ा, कोंकण जैसे इलाकों का भी प्रतिनिधित्व मिल सकता है. इसके साथ ही उच्च शिक्षिक नेताओं, चुनावी समीकरण और पिछली जातियों के प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता दी जा सकती है.
चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश से तीन-चार लोगों को मंत्री बनाया जा सकता है. इन मंत्रियों में अपना दल के नेता अनुप्रिया पटेल को जगह दी जा सकती है. जिन राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, उन राज्यों में सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में तरजीह दी जाएगी.
कौशांबी से बीजेपी सांसद विनोद सोनकर को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. माना जा रहा है कि विनोद इसी सिलसिले में दिल्ली पहुंच रहे हैं. विनोद सांसद के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री भी हैं. बताया जा रहा है कि प्रयागराज के आस-पास सोनकर यानी अनुसूचित जाती के लोग बड़ी संख्या में मौजूद हैं और इन्हें साधने के लिए विनोद सोनकर को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है.
अपने आक्रामक तेवरों के लिए जाने जाने जाने वाले वरुण गांधी को भी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. वह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से सांसद हैं. यूपी में अगले साल चुनाव होने हैं. ऐसे में यूपी के कोटे से वरुण को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. मौजूदा मंत्रिपरिषद में कुल 53 मंत्री हैं और नियमानुसार अधिकतम मंत्रियों की संख्या 81 हो सकती है.
ऐसा होगा मोदी का नया मंत्रिमंडल
- शासन और व्यवस्था को अनुभव को तरजीह दी जाएगी
- युवा पर ज़ोर , मोदी मंत्रिमंडल की इस विस्तार में सबसे युवा मंत्रिमंडल होगा, मतलब उम्र का औसत सबसे कम होगा
- महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जा रहा है
- प्रोफेशनल, मेनेजमेंट ,MBA पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को शामिल किया जा रहा है,
- बड़े राज्य को ज़्यादा हिस्सेदारी दी जाएगी
- बुंदेलखंड, पूर्वांचल, मराठवाड़ा, कोंकण जिसे इलाक़ों को हिस्सेदारी दी जा रही है
- छोटी से छोटी समुदायों को को प्रतिनिधित्व यादव, कुर्मी, जाट, क़हार, पासी, कोरी,
- लोधी दो दर्जन OBC या पिछड़ा वर्ग के मंत्री इस विस्तार के बाद मंत्रिमंडल में हो जाएंगे.
- SC का सरकार में होगा सबसे ज़्यादा प्रतिनिधित्व अब तक की सरकारों में सबसे ज़्यादा होगा
- दलित समर्थित सरकार, दलित पीड़ित दोषित वांछितो को समर्पित सरकार होगी