प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 अक्टूबर को बिहार दौरे पर आये। नरेन्द्र मोदी के राजनीतिक पक्ष की चर्चा तो खूब होती है लेकिन एक व्यक्ति के रूप में उनके रहन-सहन और खान-पान की चर्चा कम ही होती है। उनका ड्रेसिंग सेंस तो स्टाइलिश है लेकिन खान-पान बिल्कुल सादा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पटना से मोकामा तक की यात्रा में अपने प्रिय व्यंजन के अलावा बिहारी डिश का भी लुत्फ उठाया। हवाई अड्डा से पटना यूनिवर्सिटी जाने तक प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं खाया। वे सवा घंटे तक इस कार्यक्रम में रहे। पटना यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम के बाद जब वे मोकामा जाने लगे तो हेलीकॉप्टर में उनके लिए खाने-पीने की समग्री भेजी गयी।
प्रधानमंत्री ने ठेठ बिहारी अंदाज में चना और चूड़ा के भूंजा का नास्ता किया। भोजन के बाद जब स्वीट डिश की बारी आयी तो उन्होंने सिलाव का मशहूर खाजा और बालूशाही का आनंद लिया।
प्रधानमंत्री का भोजन उनकी पसंद का रहा। हल्का और बिल्कुल सादा। पीएम को साबूदाना की खिचड़ी, पापड़ और आम का आचार परोसा गया। इसके अलावा तवा की रोटी, पनीर टिक्का, राजमा और कढ़ी भी उनके भोजन में शामिल था।
पीएम ने बीच बीच में चाय, कॉफी और अल्प मात्रा में अदरक का काढ़ा भी लिया। एनर्जी ड्रिंक के रूप में उन्होंने नारियल पानी पीया। प्रधानमंत्री के भोजन की तैयारी स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में की गयी थी। इसकी देखरेख के लिए एक डॉक्टर को भी नियुक्त किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सादा भोजन और योग के कारण 67 साल की उम्र में ऊर्जा से भरे हुए हैं। वे सुबह चार बजे उठते हैं और रात 12 बजे के बाद ही सोते हैं। मुश्किल से चार- पांच घंटे ही वे सोते हैं। वे निजी तौर पर गुजराती और दक्षिण भारतीय व्यंजन खाना पसंद करते हैं।
ढोकला, खांडवी, उपमा और खिचड़ी उनका पसंदीदा भोजन। एक बार उन्होंने कहा था कि जब वे घर जाते हैं तो अपनी मां के हाथ की बनी हुई खिचड़ी जरूर खाते हैं।