अभी-अभी पटना सिटी कोर्ट से आ रहे थे कैदी वाहन में बम धामके के मामले में 22 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। बेउर इलाके के दशरथा के पास वाहन में हुआ बम विस्फोट हुआ था। किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के साथ साथ कैदियों को भगाने की बड़ी साजिश थी।
इसे अपराधियों का दुस्साहस ही कहेंगे कि बेउर जेल के कैदी वाहन पर दिनदहाड़े फेंका बम धमाका हुआ हो। राजधानी पटना में अपराधियों का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया है कि कड़ी सुरक्षा में कोर्ट से जेल और जेल से कोर्ट जाने वाले कैदी वाहन पर एक के बाद एक करीब पांच बम धमाका हुआ।
बताया यह भी जा रहा है कि जेल में बंद दो कुख्यात सिकंदर और सोनू नाम के दो कैदियों के भागने की योजना थी। दोनों का संबंध पीएलएफआइ है। मंगलवार को इन्हें पटना सिटी कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया गया था।
इसी दौरान उनके साथियों ने उन्हें बम दिया, जिसे लेकर वे वाहन में बैठ गये। पूरी प्लानिंग कोर्ट के अंदर ही हुई थी। बस जब बेऊर थाने के दशरथा मोड़ के समीप पहुंची तो इन्होंने बम ब्लास्ट करना शुरू कर दिया। लेकिन चालक साहस का परिचय देते हुए बस को बेऊर जेल कैंपस तक ले आया।
पटना के एसएसपी मनु महाराज ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि वाहन में बैठे दो कैदी दरवाजा खुलवाकर भागना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने साहस का परिचय दिया और उनकी योजना को कामयाब नहीं होने दिया। कैदी वैन मामले में 13 सिपाही और नौ सैप के जवान को निलंबित किया गया है। साथ ही छह होमगार्ड के जवानों पर भी कार्रवाई की गई है।
बता दें कि पटना के बेऊर जेल में कई कुख्यात कैदी बंद हैं। इनमें माओवादी से लेकर चर्चित अपराधी तक शामिल हैं। इन कैदियों को अक्सर पेशी के लिए कड़ी सुरक्षा और गोपनीयता के बीच कोर्ट ले जाया और लाया जाता है।