मनु महाराज का ITBP में तबादला, सारण में ‘सिंघम’ को इस तरह से दी गयी विदाई

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Patna: चर्चित आईपीएस अधिकारी और सारण रेंज के डीआईजी रहे मनु महाराज को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर आईटीबीपी में डीआईजी बनाकर भेज गया है. शनिवार को जिले के लोगों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी. वहीं इस मौके पर पुलिस लाइन में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. मनु महाराज ने सारण में बेहतर पुलिसिंग को श्रेय छपरा के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार को दिया. वहीं इस विदाई समारोह में सारण प्रक्षेत्र की आयुक्त श्रीमती पूनम, जिलाधिकारी नीलेश रामचन्द्र देवरे, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सहित जिले के पुलिस पदाधिकारीयो और पुलिस कर्मी मौजूद रहे.

सारण के डीआइजी बनने से पहले मनु महाराज मुंगेर के डीआइजी और पटना का एसएसपी भी रहे हैं. वे कई जिलों में बतौर एसपी भी अपनी सेवा दे चुके हैं. उनके केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की चर्चा काफी दिनों से हो रही थी. अब इस पर आधिकारिक तौर पर सरकार ने मुहर लगा दी. मनु महाराज का जन्म 20 अक्टूबर 1974 को शिमला, हिमाचल प्रदेश के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शिमला में ही पूरी की. जिसके बाद इन्होंने आईआईटी रुड़की से बी.टेक में स्नातक किया. दिल्ली के जवाहर नेहरु विश्वविद्यालय से पर्यावरण में मास्टर डिग्री पूरी की. इसके साथ ही वे सिविल सर्विसेस की तैयारी भी कर रहे थे.

साल 2006 में मनु महाराज ने सिविल सर्विसेस की परीक्षा में बहुत ही अच्छी रैंक प्राप्त की. उन्हें इस परीक्षा में आईएएस रैंक मिली थी परन्तु मनु महाराज ने आईपीएस रैंक का चयन किया. वे शुरू से ही IPS ऑफिसर बनना चाहते थे. बिहार के युवाओं में मनु महाराज की छवि सुपर कॉप की है. वे अपनी मूंछों की खास स्‍टाइल के लिए जाने जाते हैं. पटना और दूसरे जिलों में तैनात रहते उन्‍होंने कई बड़े जटिल केस सुलझाए हैं. युवाओं में उनका क्रेज इस कदर है कि एक शख्‍स ने इस आईपीएस की फेक इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल बनाकर लड़कियों से दोस्‍ती गांठनी और उन्‍हें ठगना शुरू कर दिया. इनकी गिनती काबिल अफसरों में होती है.

मनु महाराज जब भी किसी ऑपरेशन को लीड करते हैं तो मौके पर AK-47 लेकर पहुंच जाते हैं. इन्होंने बिहार के नक्सलवादी क्षेत्रों में बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है. दरभंगा में एक अपराधी को पकड़ने के लिए मनु घोड़े पर सवार होकर पहुंचे थे. वह गया में पोस्‍टेड रहे, इस दौरान नक्सली इलाकों में भी कई बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया.

सारण डीआईजी रहे मनु महाराज ने बालू माफियाओं के खिलाफ विशेष अभियान चला रखा था. यहां डोरीगंज स्थित तिवारी घाट बालू के खनन एवं परिवहन में लगे भारी मात्रा में मशीनों तथा उपकरणों को जब्त कर कार्रवाई की थी. सारण डीआईजी रहते हुए मनु महाराज ने शराब माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ रखा था.सारण और आसपास के जिलों में शराब की तस्करी करने वाले माफियाओं पर नजर रख रहे थे. उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इसी क्रम में 27 जुलाई 2021 को मनु महाराज की टीम ने हरियाणा से शराब माफिया अनिल सिंह को गिरफ्तार किया. अनिल सिंह सारण, सिवान और गोपालगंज में शराब की सप्लाई करता था. उसे हरियाणा के झज्जर से गिरफ्तार किया गया.

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